सद्भावना मंच के कार्यकारिणी की बैठक लक्षणदेव प्रसाद सिंह के अध्यक्षता में रॉयल गार्डन नवाब रोड में संपन्न हुई। बैठक का मूल उद्देश्य शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र वासियों में आपसी सद्भाव, समामजिक सौहार्द, सामाजिक समरसता, प्रेम और भाईचारा को बढ़ावा देने के सार्थक प्रयास पर जोर देना है । बिखरते समाज को एक सूत्र में बांधने एवं समुदायों के बीच बढ़ती नफरत की दीवार को तोड़ने के लिए जागरूकता लाने की आवश्यकता पर बल दिया गया.


उपस्थित सदस्यों ने अपने विचारों के माध्यम से टूटते संबंधों को मजबूती से जोड़ने के लिए इसे गति प्रदान करने एवं कार्य योजना पर काम करनी की सख्त जरूरत महसूस किया। बिरेंद्र सिंह ने कहा की सामाजिक सद्भावना एवं भाईचारे के मामले में ग्रामीण क्षेत्रों से ज्यादा शहरी क्षेत्रों में गिरावट आई है । प्रो शब्बीर अहमद पप्पू ने कहा कि हमे सभी हलकों में प्रेम भाईचारे का वातावरण बना रहे, इसपर काम करते रहना है । संयुक्त सचिव मोहम्मद इश्तेयाक ने संगठन विस्तार एवं सद्भावना मंच के उद्देश्य को जन जन तक पहुंचाने के लिए बेहतर और असरदार कार्ययोजना पर काम करने की बात कही।

अध्यक्ष लक्षनदेव प्रसाद सिंह ने सभी कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रो अरुण कुमार सिंह, प्रो सैयद अबूजर कमालुद्दीन के सुझाव पर मुजफ्फरपुर नगर क्षेत्र में एक सद्भावना मंच के बैनर तले एक “शांति मार्च” या सद्भावना मार्च अथवा रैली निकालने का प्रस्ताव दिया, जिसे सदस्यों के आम सहमति से स्वीकृत कर लिया। तय हुआ की 13.01.2024 दिन शनिवार को शांति रैली अथवा सद्भावना मार्च निकाला जाएगा

जिसके तहत प्रो अरुण कुमार सिंह को इस प्रस्तावित रैली के रूपरेखा तैयार करने के लिए पांच सदस्यीय समिति का संयोजक बनाया गया. जिसमे प्रो अबूजर कमालुद्दीन, उमाशंकर सहनी, डॉक्टर हरेराम महतो ,एवं वीरेंद्र सिंह शामिल है । रैली अथवा मार्च को सफल बनने के लिए अंतिम कार्योजना हेतु मंगलवार को एक बैठक की जाएगी और सदस्यों से आग्रह किया गया की सोशल मीडिया एवं व्यक्तिगत संबंध के माध्यम प्रस्तावित रैली में शामिल होने का प्रचार प्रसार करेंगे ।

बैठक में सचिव डॉ महमूदुल हसन, संयुक्त सचिव मोहम्मद इश्तेयक , प्रो शब्बीर अहमद पप्पू ( सदस्य बिहार राज्य मदरसा बोर्ड ) हससाम तारिक, हरेंद्र बाबू, मोहम्मद हमीद , रिजवान एजाजी, मनौवर आजम, शब्बीर अंसारी आदि ने भी अपने विचार रखे।

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