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बिहार के औरंगाबाद से जुड़ा एक लेटर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल, वायरल लेटर सूबे के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लिखा गया है. इसे लिखने वाली लड़की औरंगाबाद जिले के युवा लेखक प्रभात बंधुल्या से एकतरफा प्यार करती है. लड़की ने उप मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अपने प्यार का जिक्र करने के साथ ही बेरोजगारी की भी बात की है. बता दें कि प्रभात ने अपनी लेखनी से फिल्म जगत में एक जगह बनाई है.

पिंकी ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भोजपुरी अंदाज में पत्र लिखा है- ‘डियर तेजस्वी जी, आपको पता है कि हम बड़ी टेंशन में हैं. आप तो लव मैरेज कर लिए, लेकिन हमार मैरेज पर बेरोजगारी का अड़चन लगल है. हम चार साल से प्रभात बांधुल्य संग वन साइडेड अफेयर में हैं. अफेयर के उमर में करेंट अफेयर पढ़ रहे हैं. सोचे थे नौकरी लगेगा तो परपोज करेंगे, लेकिन नौकरी तो लगने से रहा. एक तो भैंकेंसी नहीं आता है और भैंकेंसी आता भी है तो पेपरे लीक हो जाता है.’

पत्र में आगे लिखा है कि ‘ई सब देखते देखते लगता है इहो वैलेंटाइन अइसहीं पार हो जाएगा और हम परपोज भी ना कर पाएंगे. हम उधर कंपटीशन की तैयारी में लगल हैं और बाबू जी मने मन हमारे बियाह की तैयारी में. हमारी सब सहेली लोग का तो बच्चा भी हो गया है बियाह के बाद. मन बड़ी मायूस हो रहा है ई सब सोच सोच के. बड़ी उम्मीद से चिट्ठी लिख रहे हैं, नौकरी का जुगाड़ लगवाइए, नहीं तो लेखक साहब किसी और जुगाड़ के साथ फरार हो जाएंगे. प्यार बिना नौकरी लेके क्या करेंगे.

आपकी वोटर और लेखक प्रभात बांधुल्य की वन साइडेड लवर पिंकी फ्रॉम पटना.’

बिहार की राजधानी पटना की वन साइडेड लवर पिंकी ने वैलेंटाइन वीक पर सूबे के डिप्टी चीफ मिनिस्टर तेजस्वी यादव को यह चिट्ठी लिखी है. इसके बाद औरंगाबाद के प्रभात बांधुल्य की सोशल मीडिया चर्चा होने लगी. पिंकी द्वारा लिखी गई चिट्ठी ट्विटर समेत अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर ट्रेंड कर रही है.

लेटर को लेकर क्या बोले साहित्यकार प्रभात?

इस मामले में पिंकी के लवर प्रभात बांधुल्य से पिंकी के मुद्दे पर बात की. प्रभात एडवोकेट होने के साथ ही युवा साहित्यकार हैं. प्रभात ने कहा कि वे पिंकी को नहीं जानते हैं, लेकिन उसने मेरा नाम लेकर तेजस्वी को लिखी चिट्टी में बेरोजगारी के दर्द को बयान किया है.

उन्होंने कहा कि वह मेरे बहाने तेजस्वी तक पहुंचना चाहती है. तेजस्वी से उसे उम्मीदें हैं. उसकी उम्मीदें पूरी होनी चाहिए, क्योंकि यह उम्मीद सिर्फ पिंकी की नहीं, पूरे बिहार के बेरोजगारों की है. पिंकी को पहले प्रेम की नहीं, बल्कि रोजगार की जरूरत है.

तेजस्वी के कैंपेन में भी शामिल रहे हैं युवा साहित्यकार

प्रभात ने कहा कि वे औरंगाबाद से हैं. तेजस्वी के चुनावी कैंपेन में वे भी शरीक रहे हैं. इस नाते औरंगाबाद के बेरोजगारों को तेजस्वी से कुछ ज्यादा ही उम्मीदें हैं. उम्मीद है कि तेजस्वी औरंगाबाद ही नहीं, पूरे बिहार के बेरोजगारों के अरमानों को पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने भी प्रेम विवाह ही किया है. इस नाते प्रेमियों की उम्मीद पूरी करना भी उनका नैतिक कर्तव्य बनता है. प्रभात पिंकी को बेरोजगारों का प्रतीक मान रहे हैं.

इनपुट : आज तक

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