पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पहली बरसी (Ram Vials Paswan Death Anniversary) के मौके पर उन्हें याद करते हुए बेटे चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कहा कि ऐसे शख्स का बेटा होना उनके लिए गर्व की बात है. बता दें कि रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि देने के लिए केंद्रीय मंत्री और उनके भाई पशुपति पारस भी पहुंचे. पशुपति पारस ने एलजेपी के संस्थापक और अपने बड़े भाई रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि अर्पित की.

पिता की पहली बरसी के मौके पर मीडिया से बातचीत में चिराग पासवान (Chirag Paswan) के कहा कि सिर्फ उनका बेटा होने की वजह से ही वह उनकी तारीफ नहीं कर रहे हैं. चिराग ने कहा कि पिछली साल तक उन्होंने दलित और पिछड़ा समाज के लिए बहुत से सराहनीय काम किए. बेटे चिराग ने कहा कि इसीलिए उनके पिता इस तारीफ और इज्जत के हकदार हैं.

‘रामविलास पासवान का बेटा होना गर्व की बात’

चिराग पासवान ने अपने पिता के लिए भारत रत्न की मांग करते हुए कहा कि वह उनके लिए समाज में इस तरह का स्टेटस बनाना चाहते हैं कि आने वाली पीढ़ी उनके कामों से प्रेरणा ले सके. इस तरह का काम करके वह गर्व से कह सकते हैं कि वह रामविलास पासवान के बेटे हैं.

जब चिराग पासवान से उनके पिता की बरसी में सीएम नीतीश की गैरमौजूदगी पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वह दिल से चाहते थे कि सीएम नीतीश अपने परिवार के साथ यहां आएं, लेकिन वह नहीं आए उन्होंने सिर्फ कंडोलेंस मैसेज भिजवा दिया. चिराग ने कहा कि अगर सीएम खुद यहां आकर एलजेपी संस्थापक को श्रद्धांजलि देते तो उन्हें बहुत अच्छा लगता.



चिराग पासवान ने जताया पीएम मोदी का आभार

पीएम नरेंद्र मोदी ने भी आज लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान को उनकी बरसी पर याद किया. रामविलास पासवान के बेटे और लोजपा नेता चिराग पासवान ने पीएम मोदी द्वारा लिखा पत्र ट्वीट कर उनका आभार प्रकट किया. चिराग पासवान ने कहा कि पिता जी की बरसी के दिन पीएम मोदी का संदेश प्राप्त हुआ है. सर आपने पिता जी के पूरे जीवन के सारांश को अपने शब्दों में पिरो कर उनके द्वारा समाज के लिए किए गए कार्यों का सम्मान किया है व उनके प्रति अपने स्नेह को प्रदर्शित किया है. बता दें कि एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान का पिछली साल 8 अक्टूबर को 74 साल की उम्र में निधन हो गया था.

Source : Tv9 bharatvarsh

One thought on “‘रामविलास पासवान का बेटा होना मेरे लिए गर्व की बात’, पहली बरसी पर चिराग ने पिता के लिए फिर की भारत रत्न की मांग”
  1. whoah this blog is wonderful i really like reading your articles. Keep up the great paintings! You realize, a lot of people are hunting round for this info, you could help them greatly.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *