आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पटना पहुंचने के बाद रविवार की रात उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव धरने पर बैठ गए. तेज प्रताप यादव का कहना था कि एयरपोर्ट पर उनके साथ पार्टी से जुड़े लोगों ने धक्का-मुक्की की है. वे लालू यादव और राबड़ी देवी को अपने घर ले जाना चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं होने दिया गया. इससे नाराज होकर वे छात्र जनशक्ति परिषद के साथ अपने घर के बाहर ही धरने पर बैठ गए. बेटे के इस बगावती तेवर को देख रात में ही लालू यादव और राबड़ी देवी अपने तेज प्रताप के घर पहुंचे. इसके बाद जाकर तेज प्रताप का गुस्सा शांत हुआ.
घर आने के बाद तेज प्रताप ने पिता का पैर धोया और इसी के साथ लालू प्रसाद और राबड़ी देवी दोनों वापस चले गए और तेज प्रताप भी अपने आवास में चले गए. तेज प्रताप यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव को तो समझना चाहिए था कि आज मेरे भी पिता पटना आए हैं. आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने पार्टी को बर्बाद कर दिया है. यही हाल रहा तो मेरा अर्जुन गद्दी पर नहीं बैठ पाएगा. इस दौरान तेज प्रताप यादव ने आरजेडी से जुड़े कुछ लोगों पर आरोप भी लगाया.
इस अवसर पर भी किया गया बेइज्जतः तेज प्रताप
इसके पहले तेज प्रताप यादव ने कहा, “मुझे शुरू से पिता के नहीं आने को लेकर कमी खलती रही. पार्टी से या संगठन से कोई मतलब नहीं है. लालू यादव हमारे पिता हैं और आजीवन हमारे पिता ही रहेंगे. मैं हमेशा उनका आदर करुंगा. आज खुशी का इतना बड़ा मौका था और सबको एक होना था लेकिन इस अवसर पर भी मुझे बेइज्जत किया गया है.”
तेज प्रताप यादव ने कहा, “एयरपोर्ट पर जगदानंद सिंह ने मुझे धक्का दिया. यह सबने देखा है कि किस तरह हाथ से हटो-हटो किया जा रहा था. तुम आरएसएस वाले हो. जब तक हम तुमको पार्टी से निकालेंगे नहीं, तब तक हमको आरजेडी से कोई मतलब नहीं है. छात्र आरजेडी में जो गुंडों पल रहे हैं उनके द्वारा ठेलने का काम किया गया. यह सब पिता जी देखेंगे तो तुरंत एक्शन लेंगे.”
Source : ABP News