मुजफ्फरपुर, बिहार विधानसभा चुनाव 2020 समाप्त हुए एक माह से अधिक समय हो गया। सरकार भी बन गई। मगर, गिरते तापमान के बीच चुनाव की तपिश बढ़ गई है। चिर परिचित राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों में चुनावी मैदान की लड़ाई अब सोशल मीडिया पर आ गई है। गायघाट विधानसभा से जदयू उम्मीदवार व पूर्व विधायक महेश्वर प्रसाद यादव के पुत्र प्रभात किरण व लोजपा उम्मीदवार और विधान पार्षद दिनेश प्रसाद सिंह की पुत्री कोमल सिंह के बीच जुबानी जंग से जिले की राजनीति में सरगर्मी आ गई है।

विधान पार्षद दिनेश सिंह पर टिप्पणी
प्रभात किरण ने सोशल मीडिया में पार्षद के बारे में टिप्प्णी की है।
इसमें जदयू उम्मीदवार की हार का कारण बताते हुए उनपर आरोप लगाए गए हैं। यहां तक कि इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नाराजगी की भी चर्चा की गई है। सोशल मीडिया में पिता पर की गई टिप्पणी के बचाव में कोमल सिंह आ गईंं। वह लिखती हैं, मैं ऐसी गलत खबर का खंडन करती हूं। यह केवल चीप राजनीति को दर्शाता है। किसी की छवि को खराब करने के लिए। हैरानी होती है ऐसे लोगों से जो जब जिस पार्टी में होते हैं उसी पार्टी के लीडर की छवि को खराब करने के लिए गलत अफवाह फैला रहे हैं। आरजेडी में रहकर विधायक पद का आनंद तो ले रहे थे, लेकिन पार्टी के खिलाफ थे…। यह इशारा पूर्व विधायक महेश्वर प्रसाद यादव को लेकर था। इस पलटवार के बाद पूर्व विधायक पुत्र ने भी भ्रष्टाचार समेत कई आरोप लगाते हुए टिप्पणी की।

सोशल मीडिया पर चर्चा गर्म
सोशल मीडिया पर इस तरह के वार से जिले की राजनीति इसलिए गर्म हो गई है क्योंकि अगले वर्ष पंचायत चुनाव होने हैं। इसके साथ ही विधान पार्षद का पद इससे ही भरा जाना है। गौरतलब है कि इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान जदयू ने कार्रवाई करते हुए विधान परिषद सदस्य दिनेश सिंह को पार्टी ने निकाल दिया था। उस दौरान यह आरोप लगा था कि वे लोजपा प्रत्याशी और अपनी सुपुत्री कोमल सिंंह के पक्ष में वोट देने के लिए जदूय के कार्यकर्ताओं को धमका रहे हैं। हालांकि इसके बाद चुनाव में दोनों की हार हुई। माना जा रहा है कि कोमल के मैदान में आने से महेश्वर यादव की हार हुई।
इनपुट : जागरण [प्रेम शंकर मिश्रा]