पटना, बिहार विधानसभा चुनाव मे आज एक नया मोड देखने को मिला जब प्लुरलस की संस्थापक और मुख्यमंत्री पद की दावेदार पुष्पम प्रिया चौधरी को पुलिस ने अपने हिरासत मे ले लिया. पुलिस ने उनको उस वक़्त गिरफ्तार किया जब वो राज्यपाल से मिलने राजभवन मार्च कर रही थी. बिहार में निष्पक्ष चुनाव के लिये राष्ट्रपति शासन की मांग को लेकर पुष्पम प्रिया चौधरी राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपना चाहती थीं. मगर रास्ते मे ही उन्हें पुलिस ने अपने हिरासत मे लिया.
इससे पहले पटना के डाकबंगला चौराहे पर मीडिया से बातचीत करते हुए पुष्पम प्रिया ने आरोप लगाया कि उनके प्रत्याशियों का निर्वाचन रद्द किया जा रहा है. उनके प्रत्याशियों को धमकाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यहां संविधान की धज्जियां उड़ाईं जा रही हैं. कभी किसी बड़ी पार्टी का नामांकन आज तक खारिज नहीं हुआ है. इतना ही नहीं उन्होंने एक साथ सभी पार्टीयो पे आरोप लगाया की सभी पार्टियां मिलकर उनकी पार्टी के खिलाफ काम कर रही हैं. अधिकारियों का इसके लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. सभी पार्टियां जानती हैं कि एक पढ़ी लिखी पार्टी आ गई तो इन लोगों का करियर खत्म हो जाएगा.
उन्होंने दावा किया कि जब तक राज्यपाल से मिलने नहीं दिया जाएगा वह कहीं नहीं जाएंगी। पुलिस के द्वारा उन्हें हिरासत मे लिए जाने पर उन्होंने अपना रोष व्यक्त करते हुए अभी जस्ट पोस्ट किया है की पिछले पाँच घंटे तक सड़क और थाने में आपने अपने प्रशासन और पुलिस से मुझे प्रताड़ित किया जबकि मैं 20 किलोमीटर पैदल चलकर वैशाली से पटना पहुँच गई थी। इस दिन को याद रखियेगा नीतीश जी। मैं आ रही हूँ। भगवान आपकी रक्षा करें।
E – Mail nie jest bezpieczny, aw procesie wysyłania, przesyłania i odbierania e – Maili mogą występować słabe ogniwa.Jeśli luki zostaną wykorzystane, konto można łatwo złamać.