पटना. बिहार विधामंडल के मॉनसून सत्र (Bihar Vidhan Mandal Monsoon Session) के पहले दिन विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया. इसे देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vidhan Sabha Speaker Vijay Kumar Sinha) ने सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी. इसी तरह विधानपरिषद की कार्यवाही भी मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित की गई. इससे पहले स्पीकर ने सोमवार के दिन को पावन बताया और कहा कि सावन की सोमवारी के दिन मॉनसून सत्र का शुरू होना बेहद खास है. विधानसभा अध्यक्ष ने सत्र की शुरुआत में ऐसे विधायकों को चेतावनी दी जो हंगामा कर सदन की कार्यवाही में बाधा पहुंचाते हैं. स्पीकर ने सदन में बिना इजाजत बोलने वाले विधायकों से कहा कि 2-4 विधायक मिल कर सदन की गरिमा को ठेस नहीं पहुंचा सकते हैं. हम यह नहीं होने देंगे.
बता दें कि सत्र शुरू होने पहले ही दिन विधानसभा के बाहर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. हंगामा कर रहे विधायकों में कोई अपनी सुरक्षा में हेलमेट पहन कर आया तो किसी ने कोरोना सुरक्षा का हथियार काला मास्क पहन कर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, कुछ विधायकों ने झाल बजाकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल, विधानसभा के बजट सत्र के दौरान बीते 23 मार्च को हंगामा कर रहे विपक्ष के विधायकों के साथ मारपीट हुई थी, जिसको लेकर विपक्ष के विधायक सीएम नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. विरोधी दलों के विधायकों का कहना है कि जब तक सीएम नीतीश मांफी नहीं मांगेंगे इसी तरह से विरोध जारी रहेगा.
बता दें कि राजद विधायक तेज प्रताप यादव ने इस घटना के लिए सीधे सीएम नीतीश कुमार पर आरोप मढ़ा था. सत्र शुरू होने के एक दिन पहले ही तेज प्रताप यादव ने कहा था कि सरकार के इशारों पर विधायकों को पिटवाया गया था. सत्र शुरू होने से पहले तेज प्रताप ने कहा कि जनता ने हमें सदन में चुनकर सदन में भेजा था. जनता की आवाज हम सदन में उठाने का काम करते हैं. दो पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई से हम संतुष्ट नहीं हैं. दोषी पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड करना होगा.
विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कोरोनाकाल में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दिया और पूरे सदन ने खड़े होकर 1 मिनट का मौन रखा. कोरोना संक्रमितों के इलाज में लगे कोरोना योद्धाओं को भी श्रद्धांजलि दिया गया. सत्र के पहले दिन अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा सदन संचालन के लिए कार्य मंत्रणा समिति का गठन करेंगे. इसके अलावा अभ्यासी सदस्यों का मनोनयन भी किया जाएगा.
मॉनसून सत्र के दौरान 26 जुलाई को वित्तीय वर्ष 2021-22 का प्रथम अनुपूरक पेश होगा, जबकि 29 जुलाई को इस पर वाद-विवाद व मतदान होगा. उसके बाद कार्यवाही 27 जुलाई तक के लिए स्थगित हो जाएगी. 27 और 28 जुलाई को सदन में राजकीय विधेयक पेश किए जाएंगे. 30 जुलाई यानी सत्र के आखिरी दिन गैरसरकारी संकल्प लिए जाएंगे.
Source : News18