पटना. बिहार और झारखंड जैसे पूर्वी राज्यों में रेल सुविधाएं बढ़ाने की दिशा में भारतीय रेल लगातार काम कर रही है. इसी कड़ी में पहले बिहार के गया, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी, दरभंगा और बरौनी को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के तौर पर विकसित करने की योजना बनी है.
साथ ही नए साल के मौके पर बिहारवासियों के लिए एक और खुशखबरी भी आ गई है. सुखद समाचार यह है कि साल भर के भीतर पटना से डबल डेकर ट्रेन गुजरेगी. अभी यह ट्रेन लखनऊ से नई दिल्ली और नई दिल्ली से जयपुर के बीच चलाई जा रही है. बहुत जल्द दिल्ली से पटना और दिल्ली से हावड़ा रूट पर दोमंजिली ट्रेन का संचालन किया जाएगा.
बताया गया है कि दिल्ली से पटना रूट के बीच डबल डेकर ट्रेन के अलावा, दिल्ली-हावड़ा डबल डेकर ट्रेन भी बिहार के गया या अन्य स्टेशनों से होकर गुजर सकती है. बस रेलवे बोर्ड की मंजूरी का इंतजार है, जिसके बाद इन दोनों ही रूटों पर अत्याधुनिक डबल डेकर ट्रेन दौड़ने लगेगी. इस ट्रेन की खासियत के बारे में बता दें कि इसके कोच में स्लीपर नहीं होते, बल्कि नीचे और ऊपर सीटें होती हैं, जिस पर बैठकर आप यात्रा कर सकते हैं. रेलवे की ओर से डबल डेकर ट्रेन के कोच में यात्रियों को हर वह सुविधा मिलती है, जो अन्य ट्रेनों में उपलब्ध रहती है.
रेलवे बोर्ड कब देगा अनुमति
गौरतलब है कि लगभग 2 साल से बंद पड़े डबल डेकर ट्रेन के संचालन का इंतजार किया जा रहा है. कोरोना की वजह से इस फैसले में देरी भी हुई. लेकिन अब दिल्ली-पटना डबल डेकर ट्रेन चलाने की सारी तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी है. बस रेलवे बोर्ड की अनुमति की प्रतीक्षा है. बता दें कि लखनऊ से आनंद विहार टर्मिनल को जाने वाली डबल डेकर ट्रेन 8 घंटे का समय लेती है, वहीं, तेजस और शताब्दी एक्सप्रेस 6.30 घंटे के अंदर ही लखनऊ से दिल्ली पहुंचती है. लेकिन किराया के मामले में यह डबल डेकर ट्रेन किफायती साबित होगी.
तेजस-शताब्दी से कम होगा किराया
यहां बता दें कि लखनऊ से चलने वाली शताब्दी तथा तेजस एक्सप्रेस का किराया अधिक है. शताब्दी एक्सप्रेस का किराया 1400 से लेकर 2400 तक है. वहीं तेजस एक्सप्रेस का किराया 2000 से अधिक है. ऐसे में डबल डेकर इन दोनों ट्रेनों को यह ट्रेन टक्कर दे सकती है. क्योंकि डबल डेकर ट्रेन का लखनऊ से आनंद विहार टर्मिनल के लिए डेढ़ साल पहले का किराया महज ₹645 था. इसलिए अब भी इसमें बहुत वृद्धि नहीं होगी.
Source : News18