डीएम और एसएसपी को देखते ही मृतकों के परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे। कहा-सबकी मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। आज से नहीं, बहुत दिन से यहां शराब का धंधा चल रहा था। सब शराब पीने से मरा है साहब। कोई बीमार नहीं था। सभी अधिकारी और नेता परिजनों को देखकर भौंचक थे। खड़ी पुलिस झेंप भी रही थी। दिन भर मुजफ्फरपुर जिले के दरगाह टोला में नेताओं और अधिकारियों के आने से गहमागहमी बनी रही।
मेडिकल रिपोर्ट के साथ ही परिजनों के आरोप पुलिस प्रशासन के बहाने की पोल खोल रहे थे। बीमारी से मरने और जहरीली शराब से मौत को खारिज करने वाले दावों को मृतकों के परिजन अपनी चीत्कार से खारिज कर रहे थे। अब पुलिस-प्रशासन ने भी सभी मौतों के पीछे नकली शराब और शराब का अवैध धंधा मानने लगा है।
मामले की जांच करने गई मेडिकल टीम ने भी कहा है वे लोग बीमार नहीं थे।
मृतक युवक अजय मांझी की मां फूलो देवी और पिता खेलावन मांझी चीत्कार मारते हुए कहा साहब-बेटा को एक आदमी बुलाकर ले गया। कहा-चलो शराब उतारनी है। उसी घर की एक महिला ने कहा कि हमलोग उस व्यक्ति से कुछ और पूछे तो कहा-पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है। सब सेट है। वहां पर खड़े लोगों ने जमकर पुलिस पर आरोप लगाए। कहा, यहां बहुत दिनों से शराब का धंधा चल रहा है। पैसे लेकर शराब का धंधा मैनेज करने का खुलकर आरोप लगाया।
मृतक मंजू देवी और रामचन्द्र मांझी के परिजनों ने कहा कि दोनों शराब पीने से बेहोश हो गये। दोनों को पहले से कोई बीमारी नहीं थी। परिजनों ने कहा कि पुलिस धमकाती भी थी। डीएम और एसएसपी ने दोषियों पर कार्रवाई और परिजनों को आर्थिक मदद का आश्वासन दिया।
एक दंपती का अभी दरभंगा में इलाज, साधा गया संपर्क
परिजनों ने अधिकारियों के सामने एक और खुलासा किया। कहा, मंजू और रामन्द्र मांझी के साथ ही सोमनी और उसके पति शंभू मांझी ने भी जहरीली शराब पी थी। उसके बेहोश होने की खबर शंभू के ससुराल वालों को दी गई। वे लेाग आकर दरभंगा ले गए। दोनों का वहां इलाज चल रहा है। दोनों गंभीर हैं। इस पर तत्काल डीएम प्रणव कुमार ने दरभंगा डीएम को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी। साथ ही उनके इलाज के बारे में जानकारी साझा करने को कहा।
इनपुट : हिंदुस्तान