पिछले दिनों देश के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में मुजफ्फरपुर का नाम दर्ज होने के बाद अब दिल्ली की तर्ज पर यहां के प्रदूषण का स्तर मापा जाएगा। इस कड़ी में एमआईटी में सीपीसीबी यानी सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से पूरा सिस्टम स्थापित किया गया है। कैंपस के आईटी विभाग के समीप हवा की गुणवत्ता मापने के लिए संयंत्र स्थापित हो चुका है।
वहीं, लक्ष्मी चौक स्थित एमआईटी के मछली वाले गेट के समीप इसका स्क्रीन लगाई गई है। यहीं उस इलाके की वायु की गुणवत्ता और कार्बन मोनोऑक्साइड समेत अन्य गैंस के अनुपात की जानकारी मिल सकेगी। सब कुछ ठीक रहा तो अगले महीने में ही इस बोर्ड पर शहरवासियों की वायु की गुणवत्ता की रीडिंग मिलेगी। इसका कंट्रोल सेंटर एमआईटी में बनाया गया है।
बैरिया स्टैंड की गाड़ियां व एनएच पर प्रदूषण की मिलेगी जानकारी
शहर में हवा की गुणवत्ता की जांच के लिए एमअाईटी में तीसरा केंद्र स्थापित हाेगा। पहले से कलेक्ट्रेट परिसर और जिला स्कूल के पिछले हिस्से में डिस्प्ले बोर्ड लगा है। एमआईटी से बैरिया बस स्टैंड में खुलने वाली गाड़ियों का प्रदूषण स्तर और एनएच पर चलने वाले वाहनों से शहर की आबोहवा खराब करने वाले जहरीली गैस की जानकारी मिल सकेगी। इससे तापमान में होने वाली औसत वृद्धि समेत अन्य बिंदुओं की जानकारी मिलेगी।
प्रदूषण के इकट्ठे आंकड़ों पर एमआईटी करेगा रिसर्च
एमआईटी के प्रो. अतुल कुमार ने बताया कि संयंत्र को कैंपस में इंस्टॉल करने में एक करोड़ से अधिक की राशि खर्च हुई है। इसमें वायु प्रदूषण, वायु दाब, आद्रता समेत हवा की गुणवत्ता की जानकारी मिलेगी। इससे एकत्रित आंकड़ों से एमआईटी को वायु प्रदूषण समेत अन्य बिंदुओं पर रिसर्च में आसानी होगी। वहीं, अलग-अलग इलाकों में तापमान के घटते-बढ़ते प्रभाव पर भी सर्वे होगा।
Input: dainik bhaskar