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मुजफ्फरपुर, मिठनपुरा इलाके की अनुसूचित जाति की एक किशोरी का जबरन निकाह कराया जा रहा था। चाइल्ड लाइन से इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम ने त्वरित कार्रवाई की। इसके बाद शुक्रवार की देर शाम टीम ने किशोरी को मुक्त कराया। पुलिस को देखते ही युवक के घर से सभी आरोपित भाग निकले। इसके कारण किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। नगर थानाध्यक्ष श्रीराम सिंह ने बताया कि किशोरी को महाराजी पोखर स्थित एक युवक के घर से मुक्त कराकर अभिरक्षा में रखा गया है। वरीय अधिकारी के निर्देश के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आहिस्‍ता-आहिस्‍ता बातें कर प्रेम जाल में फंसाया

बताया गया कि मिठनपुरा इलाके में रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी को नगर थाना क्षेत्र के महाराजी पोखर इलाके के मो. समीर, पिता मो. असगर ने प्रेम जाल में फंसा लिया था। उसे अपने घर पर बंधक बनाकर रखा था। शुक्रवार की शाम उसके निकाह की तैयारी थी। इसी बीच दोपहर तीन बजे चाइल्ड लाइन के हेल्प लाइन नंबर 1098 पर किसी ने इसकी सूचना दी। सूचना पर चाइल्ड लाइन की टीम ने गुप्त रूप से महाराजी पोखर मुहल्ला पहुंचकर इसका सत्यापन किया। सत्यापन में मामला सही मिलने के बाद चाइल्ड लाइन की ओर से एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश को अवगत कराया गया। किशोरी की उम्र को लेकर उसका आधार कार्ड भी उपलब्ध कराया गया। इसके बाद एसडीओ पूर्वी के निर्देश पर एक टीम बनाकर कार्रवाई के लिए भेजा गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए चार थाना की टीम को वहां उतारना पड़ा।

अचानक पुलिस टीम को देख मची अफरातफरी

अचानक से बड़ी संख्या में पुलिस टीम के पहुंचने से मुहल्ले में अफरातफरी मच गई। मो. समीर के घर से किशोरी को बरामद कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि किशोरी को बेगूसराय स्थित बालिका गृह में भेजा जाएगा। इसके अलावा पुलिस चाइल्ड लाइन एवं कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई करेगी। इस बीच यह आशंका जताई जा रही कि कहीं बाल विवाह तक ही मामले को सीमित नहीं रख दिया जाए। किशोरी का मेडिकल कराने को लेकर पुलिस की ओर से अभी कुछ नहीं कहा गया है।

इनपुट : दैनिक जागरण

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