मुजफ्फरपुर, बिहार के मुजफ्फरपुर में चौंकाने वाली घटना सामने आयी है। एक महिला ने अपने पति घिनौनी हरकत का आरोप लगाते हुआ न्याय की मांग की। पति ने तलाक दे दिया और हलाला के लिए दवाब देने लगा। महिला ने तीन तलाक के साथ हलाला का विरोध किया। इस दौरान मानवाधिकार आयोग की महिला सदस्यों ने उसका सहयोग किया और उसके ससुरालीजन को समझाने का प्रयास किया तो वे उग्र हो गए। पुलिस अब मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।
पैसे के लिए महिला को घर से निकाला
सकरा थाना क्षेत्र की एक गांव में तीन तलाक और हवाला का विरोध करते हुए पीड़िता ने पति समेत ससुरालवालों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी की है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। आवेदन में पीड़िता ने कहा है कि ससुराल वाले मेरे पिता से जबरन पैसे की मांग करते थे । नहीं देने पर उन लोगों ने मुझे घर से निकाल दिया।
पंचायत ने घर में रखने का दिया था फैसला
तीन तलाक का मामला जब तूल पकड़ा तो इस मामले को लेकर कई बार पंचायत भी हुई। पंचों ने ससुरालवालों को दोषी करार देते हुए उसे घर में रखने की सलाह दी थी, लेकिन आरोपित मानने को तैयार नहीं हुए। उसका एक पांच वर्ष का बेटा है । बताया कि सात वर्ष पूर्व उसकी शादी हुई थी। पिता ने जमीन बेचकर करीब 15 लाख रुपये खर्च किए थे। शादी के बाद करीब डेढ़ वर्ष तक सब ठीक-ठाक रहा । इसके बाद मायके से पैसे लाने का उस पर दबाव बनाया जाने लगा। मांग पूरी होते नहीं देख उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। थक-हारकर उसने थाने पहुंचकर आवेदन दिया। थानाध्यक्ष अबू सैफी मुर्तुजा ने बताया कि प्राथमिकी की गई है। जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का मानना है कि मामला काफी गंभीर है जांच पड़ताल के बाद कार्रवाई जाएगी।
इनपुट : दैनिक जागरण