मुजफ्फरपुर, जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में डिस्टिक प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक में जिले में चल रहे विभिन्न लंबित विकासात्मक योजनाओं की समीक्षा की गई. जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि विभिन्न महत्वपूर्ण विकासात्मक योजनाएं जो कतिपय कारण से लंबित हैं उसे शीघ्र पूर्ण करना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल- पूर्वी 1, 2 एवं पश्चिमी को पूर्व की बैठक में दिए गए निर्देश के आलोक में अनुपालन की समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में संबंधित विभागों के कार्यपालक अभियंताओं द्वारा बताया गया कि वैसे सड़क जो अनुरक्षण अवधि के अधीन है उनमें से अधिकतर सड़कों की मरम्मती कर ली गई है। कुछ सड़कों पर कार्य चल रहा है। कार्य प्रमंडल पूर्वी -2 के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि 53 सड़कों में से 26 की मरम्मती की गई है। 6 में कार्य चल रहा है। अनुरक्षण अवधि के अधीन सड़कों का निरीक्षण करने का निर्देश प्रभारी अधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दिया गया था. इनके द्वारा निरीक्षण प्रतिवेदन अभी तक उपलब्ध नहीं कराए जाने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी प्रकट की गई एवं सख्त हिदायत दी गई कि उक्त सड़कों का निरीक्षण कर निरीक्षण प्रतिवेदन शीघ्र समर्पित करना सुनिश्चित करें। निर्देश दिया गया कि ग्रामीण कार्य विभाग के सभी कनीय अभियंता, सहायक अभियंता, अपने- अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहेंगे. सड़क को आवागमन योग्य बनाने की करवाई करेंगे। अनुरक्षण अवधि के अधीन वैसे सड़क जिनकी अनुरक्षण एवं मरम्मती विगत 3 माह के अंदर कराई गई है, उसकी सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
विद्युत विभाग की समीक्षा के क्रम में पुनः निर्देश दिया गया कि विद्युत कार्यपालक अभियंता परियोजना /आपूर्ति प्रमंडल मुजफ्फरपुर 1-2 पूर्वी एवं पश्चिमी पथ निर्माण विभाग के अधीन किसी भी सड़क के किनारे विद्युत पोल लगाने से पहले उक्त विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर लेंगे। उसके पश्चात ही विद्युत पोल गाड़ने की कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने इस पर सख्त निर्देश देते हुए कहा कि इसे गंभीरता से लिया जाए।
वही बाजार समिति परिसर में प्रस्तावित विद्युत शक्ति उप केंद्र के निर्माण की समीक्षा की गई । इस संबंध में विद्युत विभाग द्वारा बताया गया कि अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी के साथ संयुक्त बैठक कर इस समस्या के समाधान करने की दिशा में अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है।
पथ निर्माण विभाग से संबंधित मोतीपुर- बरूराज पथ,राजेपुर करचौलिया पथ, मीनापुर
टेंगराहा पथ, रानी सती मंदिर सिकंदरपुर मन होते हुए लक्ष्मी चौक पथ मरीन ड्राइव की समीक्षा की गई। उक्त कार्यों को पूर्ण करने की दिशा में धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी द्वारा कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए हिदायत दी गई कार्य में गति लाएं। जिला भूअर्जन अधिकारी को उन्होंने निर्देश दिया कि यदि भूअर्जन से संबंधित मामला पेंडिंग है तो इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के तहत आथर घाट पूल से संबंधित 180 मीटर अप्रोच पथ निर्माण की भी समीक्षा की गई। बताया गया कि 120 मीटर में कार्य चल रहा है। शेष कार्य को शुरू करने की दिशा में अग्रेतर करवाई की जा रही है।
वही जगन्नाथ मिश्रा कॉलेज के पास बूढ़ी गंडक नदी पर निर्मित पुल के अप्रोच पथ की समीक्षा के क्रम में जिला भू अर्जन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि एसआईए का प्रतिवेदन प्राप्त हो चुका है। अधीघोषणा की जानी है। 6-men कमेटी की रिपोर्ट वांछित है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि इस संबंध में कार्य में तेजी लाना सुनिश्चित करें।
बैठक में नई रेल परियोजना यथा:- मुजफ्फरपुर -सुगौली दोहरीकरण रेल परियोजना, छपरा- मुजफ्फरपुर रेल परियोजना, हाजीपुर -सुगौली रेल परियोजना की समीक्षा की गई। निर्देश दिया गया कि इससे संबंधित जो भी तकनीकी अड़चनें हैं या समस्याएं हैं संबंधित विभाग परस्पर समन्वय के साथ निराकरण करते हुए कार्य कराना सुनिश्चित करें।
इसके अतिरिक्त एनएच -78 बायपास हाजीपुर -मुजफ्फरपुर खंड, एनएच 527 -cमझौली- चिरौत की समीक्षा की गई एवं संबंधित विभाग को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए।
बीबीगंज से माड़ीपुर रेलवे गुमटी के पास रेलवे के संवेदक के द्वारा डंपर एवं बड़ी गाड़ियों से मिट्टी एवं फ्लाई ऐश एवं अन्य सामग्री ले जाया जाता है जिसके कारण रोड काफी खराब हो चुका है और कई स्थानों पर धंस चुका है।एडवोकेट अरुण शुक्ला ने बताया कि उक्त पथ को रावीश डालकर कम से कम तत्काल मोटरेबल बनाने की आवश्यकता है। इस पर रेलवे के वरीय अभियंता विकास कुमार ने बताया उक्त कार्य को करा लिया जाएगा। बैठक में उप विकास आयुक्त डॉ सुनील कुमार झा ,अपर समाहर्ता राजस्व राजेश कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी एवं पश्चिमी ,जिला भू अर्जन पदाधिकारी ,जिला जनसंपर्क अधिकारी के साथ सभी तकनीकी विभागों के कार्यपालक अभियंता ,अन्य पदाधिकारी एवं एडवोकेट अरुण शुक्ला उपस्थित थे।