0 0
Read Time:3 Minute, 9 Second

बालू की किल्लत से परेशानी झेल रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। मुजफ्फरपुर जिले में छह नए बालू घाट बनाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। इनमें बूढ़ी गंडक नदी किनारे पांच और बागमती किनारे एक नया घाट बनाने की तैयारी है। जिला खनन विभाग ने मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है। इसके बाद SEC यानी स्टेट लेवल एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी, ने सिया बोर्ड यानी राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण, को स्वीकृति के लिए इसे भेज दिया है। स्वीकृति मिलने के बाद छह नए बालू घाट बनाए जाने का रास्ता साफ हो जाएगा।

नए बनने वाले बालू घाटों में सबसे अधिक तीन मीनापुर में हैं। वहीं, मोतीपुर, मुरौल व औराई के एक-एक नए घाट बनेंगे। मंजूरी मिल जाने के बाद यहां जल्द खनन का कार्य शुरू होने की संभावना है। बालू का खनन शुरू होने से हजारों मजदूरों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। इसके अलावे नाव, ट्रक और ट्रैक्टर के हजारों संचालकों को भी कमाई का नया जरिया मिल सकता है। इसके साथ ही नए घाटों से खनन विभाग की आमदनी में भी वृद्धि होगी।

शहर से दूर बालूघाट बनाने की कवायद शुरू

जिला खनन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, शहर से 10 किमी के अंदर बालूघाट बनाने पर रोक लगा दी गई है। बोर्ड की ओर से इस संबंध में डीएम, एसडीओ को पत्र भेज कर निर्देशित किया गया है। इसके बाद से ही शहर से दूर नए बालू घाट बनाने की कवायद शुरू हो गई थी। कई जगहों को चिह्नित किया गया। इसके बाद छह स्थानों पर नए घाट बनाने का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है।

इन जगहों पर घाट बनाने का भेजा गया प्रस्ताव

प्रखंड नदी घाट

मीनापुर – बूढ़ी गंडक – घोसौत घाट वन

मीनापुर – बूढ़ी गंडक – घोसौत घाट टू

मीनापुर – बूढ़ी गंडक – खरहर घाट

मोतीपुर – बूढ़ी गंडक – मोरसंडी घाट

मुरौल – बूढ़ी गंडक – सादिकपुर घाट

औराई – बागमति – बैद्यनाथपुर घाट

क्या कहते हैं पदाधिकारी

जिला खनन पदाधिकारी डॉ. घनश्याम झा का कहना है कि जिले में छह नए बालूघाट बनाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद नए बालू घाट पर खनन कार्य शुरू हो जाएगा।

Input : live hindustan

Advertisment

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: