सकरा (मुजफ्फरपुर), रूपनपट्टी मथुरापुर पंचायत के चौसीमा गांव में खाना बनाने के दौरान गैस सिलेंडर में आग लगने से फट गया। आग की लपटों ने 18 घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान एक-एक कर नौ और गैस सिलेंडर फट गए। इससे आग विकराल होती चली गई। अगलगी में 20 लाख से अधिक की संपत्ति नष्ट होने का अनुमान है। अग्निशमन दल ने आग पर काबू पाया।
बताते हैं कि चौसीमा गांव में सुबोध राम के घर में सुबह 11:30 बजे खाना बन रहा था। इसी दौरान खाना बना रही महिला गैस खुली छोड़कर पानी लेने चली गई। वह लौटकर आई तो देखा कि किचन में गैस सिलेंडर में आग लग गई है। इस पर वह शोर मचाते हुए बाहर भागी। शोर सुनकर आसपास से लोग जुट गए। आग बुझाने का जब तक लोग प्रयास करते तेज आवाज के साथ सिलेंडर फट गया और आग की लपटों ने विकराल रूप ले लिया। देखते ही देखते आग की लपटों ने 18 घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान अन्य घरों में भी एक-एक कर नौ और गैस सिलेंडर फट गए, जिससे आग की लपटों पर काबू पाना मुश्किल हो गया। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।
फायर ब्रिगेड की चार गाडिय़ों से आग पर पाया गया काबू
पूर्व मुखिया मुनचुन ठाकुर ने बताया कि अगलगी में दुखा राम, सुबोध राम, शांति देवी अरुण राम, मिथिलेश राम, दीपेश राम, मनिया देवी, अशोक राम, बजरंग राम, कैलाश राम, सुंदर देवी, रामबाबू पासवान, भरत पासवान, विद्यानंद राय, रामानंद राय, मिठू राम, जवाहर लाल राय, सुबोध राय, लक्ष्मण पासवान, केवल पासवान के घर और उसमें रखी सारी संपत्ति जलकर नष्ट हो गई है। दो से तीन लाख रुपये नकद, जेवरात, कपड़े, अनाज, बर्तन आदि आग की भेंट चढ़ गए। अग्निशमन की चार गाडिय़ों से करीब दो घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका।
आग की लपटों और धमाकों से मच गई अफरा-तफरी
आग की लपटें और गैस सिलेंडर फटने से हो रहे धमाकों से ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। लोग अपने-अपने घरों का सामान बचाने में जुट गए, लेकिन आग की लपटों के आगे उनका यह प्रयास असफल ही रहा। ग्रामीणों ने अपने संसाधनों से आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
न खाने को बचा अनाज और न सिर छिपाने की जगह
अगलगी में सभी मेहनत-मजदूरी करने वालों के परिवार हैं। अब उनके पास न खाने के लिए अनाज है और न पहनने के लिए कपड़े। सिर छिपाने के लिए छत भी छिन गई है। स्थानीय जनप्रतिनिधि अपनी तरफ से पीडि़त परिवारों की मदद करने की कवायद कर रहे हैं।
इनपुट : जागरण