मुजफ्फरपुर : होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुज्जफरपुर के तरफ से गुरुवार को CRPF कैम्प में कैंसर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान चलाया गया। यह टाटा स्मारक केंद्र, मुंबई की इकाई है जो ऊर्जा परमाणु विभाग द्वारा अनुदित है। इसके लिए हमने बिहार में पहली बार जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री की शुरुआत की उसमें हमें यह ज्ञात हुआ कि मुँह का कैंसर सर्वाधिक है। इसके बाद महिलाओं में गर्भाशय के मुख का कैंसर और स्तन कैंसर ज्यादा पाए जाते है।
आप सभी को ज्ञात है कि भारत में प्रतिवर्ष 156000 महिलाएं स्तन कैंसर से पीड़ित होती है और उसमें 76,000 की मृत्यु हर साल हो जाती है। वहीं गर्भाशय के मुख का कैंसर से भारत में प्रतिवर्ष 132000 पीड़ित होते है जिसमें 63000 की मौत हो जाती है। जबकि तम्बाकू सेवन के कारण भारत में 250000 पीड़ित होते है और प्रति दिन 2200 लोगों की मृत्यु तम्बाकू सेवन से होने वाली बीमारियों के कारण होती है। इसमें से ज्यादातर संख्या बिहार की होती है। इसीलिए बिहार में शुरुआती लक्षण की जांच और जागरूकता की ज्यादा जरूरत है।
होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर के प्रभारी डॉ रविकांत सिंह के अनुसार कैंसर से राहत @75 का मतलब है कि भारतवर्ष का 75 वां स्वतंत्रता दिवस है उसके लिए हमने प्रण लिया है कि जहां जहां अस्पताल हैं वहां पर समुदाय के साथ काम करेंगे “कैंसर से आज़ादी के लिए, कैंसर से राहत के लिए”। राहत और आज़ादी की जो शुरुआत है यह स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान उसी का शुभारंभ है। उन्होंने अगर हम 1026 लोगों की मुंह की स्क्रीनिंग करते है तो उसमें से 1 लोग को मृत्यु से बचाते है। वहीं अगर तम्बाकू, बीड़ी, सुपारी आदि नशा करने वाले 600 लोगों को स्क्रीनिंग करते है तो उसमें से 1 लोग को कैंसर से बचा सकते है। उन्होंने कहा कि कैंसर का इलाज संभव है अगर अपने ही स्तर पर जांच हो जाये तो।
इस मौके पर CRPF के डीआईजी मेडिकल डॉ जितेंद्र वात्सायन ने कहा कि होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर के प्रभारी डॉ रविकांत सिंह ने आसान शब्दों में कैंसर क्या है इसे समझाया साथ ही इसका बचाव कैसे किया जा सकता है यह बतलाया। इससे हमारे अस्पताल के लोगों में भी कैंसर को लेकर जागरूकता फैलेगी और इस संस्थान के मुजफ्फरपुर में होने से अब हमारे लोगों को इलाज के लिए दूर नहीं जाना होगा। यह 2 सरकारी संस्थाओं के बीच का बेहतर प्रयास है इसे आगे भी हमलोग जारी रखेंगे।
इसमें 29 लोगों को स्क्रीनिंग की गई। वहीं करीब 100 CRPF के जवानों को नशा नहीं करने की शपथ दिलाई गई।
बिहार के कुल 14 जिलों में बिहार सरकार, REC फाउंडेशन (रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉपरेशन फाउंडेशन) , नेशनल हेल्थ मिशन और परमाणु ऊर्जा विभाग के साथ कैंसर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान चलाई जा रही है जिससे कैंसर को समय पर पहचान करके इससे होने वाली मृत्यु को कम किया जा सकता है। इस प्रोग्राम में 3 तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग की जाएगी जो मुख का कैंसर, स्तन कैंसर और गर्भाशय के मुख का कैंसर है। अगर हमसभी इन तीनों कैंसर का इलाज समय से शुरू हो जाये तो 70 % कैंसर को बिहार से कम कर पाएंगे। अभी यह स्क्रीनिंग प्रोग्राम 14 जिलों में चल रही है यह जिला है मुज्जफरपुर, नालंदा, सिवान, भोजपुर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, भागलपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, पटना, गया और औरंगाबाद है। इस कार्यक्रम में डॉ मधुरेन्द्र, डॉ दिव्या, डॉ स्पर्धा, डॉ नेहा, रमा आदि लोग उपस्थित हुए।