पटना : दो-तीन महीने के अंदर प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कालेज अस्पतालों में मरीजों के लिए ड्रेस कोड होंगे। उन्हें हस्तकरघा से बने वस्त्र दिए जाएंगे। राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस पर मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने यह बात कही। उन्होंने कह कि आने वाले समय में अस्पतालों के लिए बुनकरों से सतरंगी चादर क्रय किए जाने की संख्या बढ़ेगी। बुनकर सहकारी समिति से यह प्रस्ताव आया था कि सतरंगी चादरों की खरीद को ले राज्य स्वास्थ्य समिति की देखरेख मे एकीकृत व्यवस्था की जाए। शीघ्र ही यह व्यवस्था बनेगी। सतरंगी चादरों के क्रय का भुगतान लगभग कर दिया गया है। क्वालिटी कंट्रोल को लेकर केवल 10 प्रतिशत राशि बाकी है।
बुनकरों के लिए काम करेंगे तो दुआ मिलेगी : शाहनवाज
राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि वह अधिकारियों को कहते हैं कि वह बिहार के विकास के लिए काम कर रहे, वहीं अगर वे बुनकरों के लिए काम करेंगे तो उन्हें दुआ मिलेगी। उद्योग मंत्री ने कहा कि बुनकरों को सरकार कार्यशील पूंजी उपलब्ध करा रही। वर्ष 2022-23 के तहत दो हजार बुनकरों को दस-दस हजार रुपए कार्यशील पूंजी के रूप में दिए गए हैं। जहां बुनकर अधिक हैं, वहां हम उनके स्वास्थ्य की भी चिंता कर रहे। हस्तकरघा उत्पादों की बिक्री की व्यवस्था अब दिल्ली में बिहार के अंबापाली स्टोर में कर दी गयी है। जल्द ही मुजफ्फरपुर व पूर्णिया में मुख्यमंत्री के हाथों खादी माल का शिलान्यास कराएंगे। उद्योग मंत्री ने कहा कि 71 बुनकरों को सरकार ने वर्कशेड बनाकर दिया है। सरकार डिजायन में भी मदद कर रही है। चार अर्बन हाट बनाए जाने पर भी केंद्र से सहमति बन गयी है। भागलपुर, नालंदा, नवादा तथा पटना में स्पेशल प्रोजेक्ट कर रहे हैं।
स्वावलंबन में हस्तकरघा की बड़ी भूमिका : तारकिशोर
हस्तकरघा दिवस समारोह में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि स्वावलंबन में हस्तकरघा की बड़ी भूमिका रही है। इसके माध्यम से हम विकसित राष्ट्र बन सकते हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक में उन्होंने बैंकरों को यह निर्देश दिया है कि हैंडलूम बुनकर मुद्रा योजना के माध्यम से मदद करें।
इन्होंने भी अपने विचार रखे
उप मुख्यमंत्री रेणु देवी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी व उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौंड्रिंक व बिहार राज्य हस्तकरघा बुनकर सहयोग समिति के अध्यक्ष नकीब अंसारी ने अपने विचार रखे। वहीं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, डा. एस सिद्धार्थ व स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत भी इस मौके पर मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने बिहार हैंडलूम पुस्तिका, वेबसाइट व हैंडलूम लोगो का भी लोकार्पण किया।
इनपुट : जागरण