मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के स्नातक सत्र 2019-22 के द्वितीय वर्ष की परीक्षा में गुरुवार को कामर्स के पेपर में सिलेबस से इतर प्रश्न देख विद्यार्थी भड़क गए। एमपीएस साइंस कालेज गोबरसही में विद्यार्थी प्रश्नपत्र मिलने के बाद विरोध करते हुए परिसर से बाहर निकलने लगे।
विद्यार्थी सड़क जाम करने के लिए बढ़ने लगे तो कालेज प्रशासन और पहुंचे छात्र नेताओं ने उन्हें समझाया। वे मानने को तैयार नहीं थे। इसी बीच केंद्राधीक्षक ने विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक से इस संबंध में मार्गदर्शन मांगा। परीक्षा नियंत्रक ने उसी पेपर पर परीक्षा कराने को कहा। इसके बाद विद्यार्थियों को आश्वासन दिया गया कि उन्हें पास करा दिया जाएगा। वे इसी प्रश्न का उत्तर लिखें। ऐसे में विद्यार्थी बात मानकर परीक्षा भवन में वापस लौटे। विद्यार्थियों के पास मोबाइल फोन भी थे।
इसकी मदद से विद्यार्थियों ने प्रश्नों के उत्तर लिखे। हंगामा के कारण करीब तीस मिनट तक परीक्षा प्रभावित हुई। छात्र नेता आदिल ने बताया कि स्नातक सत्र 2019-22 के स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षा के लिए एमपीएस साइंस कालेज में आरडीएस कालेज का केंद्र है। गुरुवार को सुबह की पाली में एकाउंट की परीक्षा थी। कमरों में प्रश्नपत्र वितरित होने के कुछ देर बाद ही विद्यार्थियों ने कहा कि उन्हें सिलेबस से बाहर का सवाल दिया गया है।
इसके बाद विद्यार्थी भड़क कर कक्षा से बाहर निकल गए। पूरे प्रकरण पर परीक्षा नियंत्रक डा.संजय कुमार ने कहा कि प्रश्नपत्र में गड़बड़ी किस स्तर से हुई है। इसकी जांच कराई जाएगी। इसके लिए विश्वविद्यालय स्तर पर कमेटी का गठन किया जाएगा। वहीं परीक्षा कक्ष में मोबाइल लेकर जाने की सूचना मिली है। इस संबंध में केंद्राधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
छात्र नेताओं ने की परीक्षा रद करने की मांग
सिलेबस से बाहर से प्रश्न पूछे जाने पर छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने चंद्रभानु और रवि भूषण के नेतृत्व में प्रति कुलपति प्रो.रवींद्र कुमार और परीक्षा नियंत्रक डा.संजय कुमार को ज्ञापन सौंपा। कहा कि विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को कोई चिता नहीं है। लगातार इस प्रकार की गड़बड़ी हो रही है, लेकिन दोषियों को चिह्नित कर उनपर कार्रवाई नहीं की जा रही। प्रतिनिधिमंडल में अंकित कुमार, बृजमोजन, हितेश गुप्ता, सुमन सौरभ, रोहित, आशुतोष पाठक आदि ने परीक्षा रद करने की मांग की। वहीं छात्र नेता चंदन यादव ने कहा कि परीक्षा नियंत्रक को पदमुक्त कर इस मामले की जांच कराई जाए।
इनपुट : जागरण