मध्याह्न भोजन योजना के तहत आवंटित चावल के खाली बोरे को सार्वजनिक रूप से बेचने तथा उससे संबंधित वीडियो वायरल करने के आरोप में कदवा के एक पंचायत शिक्षक तमीजउद्दीन को रविवार की देर शाम निलंबित कर दिया गया है.
हाल में ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ. इस वायरल वीडियो में एक पंचायत शिक्षक सिर पर बोरा बेचते नजर आये. इस दौरान वो आवाज लगाकर बोरा बेच रहे थे. गले में पट्टी भी लटकी हुई थी जिसपर लिखा था कि ‘मैं बिहार के सरकारी स्कूल का शिक्षक हूँ. सरकार के आदेश पर खाली बोरा बेच रहा हूं.’ एक पट्टी लकड़ी के सहारे हाथ में लिये हुए थे जिसपर लिखा था- ”बोरा ले लो बोरा, 10 रूपया पीस वाला MDM का खाली बोरा.”
सोशल मीडिया पर जब यह वीडियो जमकर वायरल हुआ तो शिक्षा विभाग भी एक्शन में आया. विभागीय आदेश का अनुपालन नहीं करने, प्रशासन तथा सरकार की छवि धुमिल करने समेत कइ आरोपों का हवाला देकर जिला शिक्षा पदाधिकारी, कटिहार के आदेश के तहत कार्रवाई की गई और तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
बिहार: कटिहार में बोरा बेचने निकले शिक्षक को विभाग ने किया निलंबित. pic.twitter.com/e119uNqQWr
— Thakur Shaktilochan shandilya (@Ershaktilochan) August 9, 2021
निलंबन की कार्रवाई से शिक्षकों में नाराजगी है. कुछ शिक्षकों ने सवाल उठा दिया कि आखिर बिना स्पष्टीकरण के कैसे निलंबित किया गया. वहीं इसे तालिबानी फरमान बताकर आंदोलन की चेतावनी भी दी है. शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा विभाग ने ही स्कूलों को आदेश दिया है कि मिड डे मील के खाली पड़े बोरे को 10 रुपये पीस बेचें. निलंबित होने के बाद आरोपित शिक्षक भी बेहद चिंतित हैं.
इनपुट : प्रभात खबर