नाच के लौंडा को रात में औरत बनाकर तेलकटवा गिरोह ट्रक लूट की घटना को अंजाम देता था. इस गिरोह के सदस्य इतना क्रूर थे कि लूट की घटना को अंजाम देने में विरोध करने पर वे चालक और उसपर सवार आदमी को गोली मारने में भी नहीं हिचकते थे. पुलिस ने इस गिरोह के छह अपराधियों को रविवार की अहले सुबह मोतीपुर- साहेबगंज पथ पर बरुराज थाना क्षेत्र के बिदुरिया चौक के समीप से हथियार और कार संग गिरफ्तार कर विगत छह मार्च की रात मुरारपुर चौक के समीप ट्रक लूट के दौरान ट्रक पर सवार मालिक को गोली मारने की घटना का उद्भेदन कर लिया है.
पुलिस ने उनलोगों के पास से चार देसी पिस्टल, सात जिंदा कारतूस, एक मोबाइल फोन और दो कार भी बरामद किया है.
जिन अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है उसमें पानापुर ओ पी क्षेत्र के पानापुर चौक निवासी रणधीर भगत, साहेबगंज थाना क्षेत्र के राजवाड़ा निवासी अशोक कुमार, रौशन कुमार, विकास कुमार, चुन्नू पासवान और साहेबगंज विशुनपुर पट्टी निवासी दिलीप उर्फ गुड़िया(नाच का लौंडा) शामिल है. पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने मुज़फ़्फ़रपुर, गोपालगंज, सारण और पूर्वी चंपारण जिला के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुए कई लूट की घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है. ये सभी बातें सोमवार को एसएसपी जयंतकांत ने अपने कार्यालय में एक प्रेस वार्ता आयोजीत कर इसकी जानकारी दी है.
उन्होंने बताया कि पूछताछ के बाद सभी गिरफ्तार अपराधियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. जानकारी हो कि गिरफ्तार अपराधियों में एक संगठित गिरोह बना लिया था. वे विभिन्न लाइन होटलों पर खड़े वाहनों से तेल की चोरी करते थे. साथ ही बड़े वाहनों को लूटते भी थे. वाहनों को लूटने के लिए रात में दिलीप उर्फ गुड़िया महिलाओं का लिबास पहनकर सड़कों पर निकलती थी. ट्रक को हाथ देकर रोकती थी. फिर उसके गिरोह के सदस्य उक्त वाहन चालक को लूट लेते थे.अबतक यह गिरोह मुज़फ़्फ़रपुर जिला के बरुराज, पूर्वी चंपारण के डुमरिया, सारण के मशरख सहित अन्य थानों में भी कई लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुका है.
एसएसपी ने बताया कि ट्रक लूट के दौरान ट्रक पर सवार मालिक को गोली मारने के लिए ए एस पी सैयद इमरान के नेतृत्व में मोतीपुर और बरुराज पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई थी. 21 मार्च की सुबह कुछ अपराधियों के बरुराज थाना क्षेत्र के बिदुरिया चौक पर होने की सूचना के बाद छापेमारी की गई. जिसमें सभी अपराधी गिरफ्तार हुए. गिरफ्तार के समय दिलीप उर्फ़ गुड़िया महिला के लिबास में था.
पूछताछ में दिलीप उर्फ गुड़िया ने बताया कि वह नाच में डांसर है. इसी दौरान उसकी मुलाकात राजवाड़ा निवासी चुन्नू पासवान से हुई. दोनों में प्रेम हो गया. उसके बाद वह भी इस गिरोह में शामिल हो गया. इस अभियान में ए एस पी सैयद इमरान मसूद के अलावे मोतीपुर थानाध्यक्ष अनिल कुमार, बरुराज थानाध्यक्ष मुकेश कुमार, मोतीपुर थाना के दरोगा अभिषेक कुमार , अमित कुमार और सिपाही आदित्य आनंद सहित दोनों थानों के सशस्त्रबल शामिल थे.
इनपुट : प्रभात खबर