देश में स्पुतनिक-वी नई वैक्सीन की एंट्री के बाद अब लोगों के घर-घर जाकर वैक्सीन लगवाने की तैयारी हो रही है। देश की कई कंपनियों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से डोर स्टेप वैक्सीनेशन के लिए संपर्क भी किया है। अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में इस पर फैसला हो जाएगा। देश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी बहुत तेजी से चल रही है। 10 करोड़ से ज्यादा लोगों को अब तक वैक्सीन लग चुकी है। स्पुतनिक वैक्सीन की अनुमति के साथ योजना अब घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीनेशन करने की हो रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक सरकार की योजना है कि अगले तीन महीनों में देश की एक बहुत बड़ी आबादी को टीका लगाया जा सके।
इसके लिए 45 साल से कम उम्र के लोगों के लिए भी टीकाकरण की अनुमति देने की योजनाएं बनाई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक जैसे ही अनुमति मिलती है उसके साथ ही लोगों को घर-घर वैक्सीनेशन की भी अनुमति मिलने का पूरा अनुमान है।
कई फार्मा कंपनियों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को एक प्रस्ताव दिया है, जिसमें इन कंपनियों ने प्राइवेट कंपनी की वैक्सीन से लेकर सरकारी वैक्सीन को लोगों के घरों में लगाने की बात की है। हालांकि इसके लिए इन कंपनियों ने प्रति व्यक्ति 25 रुपये से लेकर 37 रुपये तक लेने की अनुमति का प्रस्ताव केंद्र सरकार को सौंपा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक अभी फिलहाल किसी भी कंपनी को अनुमति नहीं मिली है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक लोगों को अगर घर-घर वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की जाएगी, तो शुरुआती चरण में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अपने सरकारी नेटवर्क के इस्तेमाल से ही ऐसा करेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है देश की वयस्क आबादी को अगले कुछ महीने में पूरी तरीके से वैक्सीनेट किया जाना है। इसके लिए केंद्र सरकार को जो कदम उठाने चाहिए उसकी पूरी तैयारिया हो चुकी हैं।
सूत्रों का कहना है कि अगले कुछ महीनों में जल्द ही कुछ और वैक्सीन को लगाने की अनुमति मिल जाएगी। देश में जरूरत के मुताबिक जल्द ही अन्य उम्र के ग्रुप के लोगों को वेक्सीनेट करने की योजनाएं शुरू होंगी।
इनपुट : अमर उजाला