मुजफ्फरपुर, जिले में बुधवार को 4623 संदिग्धों की जांच में 496 कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 195 संक्रमित मरीज ठीक हुए। वहीं, गंभीर रूप से संक्रमित 15 लोगों की मौत हो गई। इसमें 11 की सरकारी व निजी अस्पतालों में और चार लोगों ने होम आइसोलेशन में दम तोड़ा। जिला प्रशासन की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को 195 पॉजिटिव मरीज स्वस्थ हुए हैं। वहीं अब कोरोना के 4490 एक्टिव मामले हैं। सात दिनों से रोज 400 से अधिक नए पॉजिटिव मिल रहे हैं। मरने वालों में मालीघाट डीएवी के पूर्व प्राचार्य, व्यवसायी व शिक्षक आदि हैैं। एसकेएमसीएच में छह, आइटी मेमोरियल में दो, प्रसाद हॉस्पिटल में तीन और होम आइसोलेशन में रह रहे चार लोगों मौत हुई है।

निजी अस्पताल में नहीं मिल रहे बेड, सरकारी में खाली

एसकेएमसीएच अधीक्षक डॉ.बीएस झा ने बताया कि उनके यहां 160 बेड हैं। 91 मरीज भर्ती हैं। बुधवार को 28 नए संक्रमित भर्ती हुए। 12 लोगों के स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया। वहीं ऑक्सीजन पर 60 और तीन मरीज आइसीयू में हैं। कोविड के नोडल पदाधिकारी डॉ.सीके दास ने बताया कि ग्लोकल अस्पताल में 60 बेड हैं। इसमें 18 मरीज भर्ती हैं। मां जानकी अस्पताल के संचालक वरीय चिकित्सक धीरेंद्र प्रसाद ङ्क्षसह ने बताया कि उनके यहां 40 बेड हैैं। आठ मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रसाद हॉस्पिटल के प्रबंधक अमर कुमार ने बताया कि उनके यहां 55 बेड हैं। सभी पर मरीज भर्ती हैैं। जूरन छपरा के अशोका अस्पताल के संचालक वरीय चिकित्सक सुभाष कुमार ने बताया कि उनके यहां 37 बेडों पर मरीज भर्ती हंै। वैशाली कोविड केयर सेंटर के संचालक डॉ. विमोहन ने बताया कि उनके यहां सभी 28 बेडों पर मरीजों का इलाज चल रहा है।

आइटी मेमोरियल के प्रबंधक राजेश मिश्रा ने बताया कि उनके यहां 14 बेड हैं। तीन मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इधर होम आइसोलेशन में मालीघाट के 65 वर्षीय वृद्ध की मौत हो गई। वार्ड पार्षद अर्चना पंडित ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि वे पांच दिनों से कोरोना से संक्रमित थे। बुधवार सुबह उनकी मौत हो गई। इधर गोबरसही के रहने वाले माले नेता व शिक्षक की मौत उनके आवास पर बुधवार सुबह हो गई। माले के जिला सचिव कृष्णमोहन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि वे छह दिनों से बीमार थे। जांच में वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।

इधर, अघोरिया बाजार में भी एक व्यक्ति की होम आइसोलेशन में मौत होने की सूचना है। जनहित मंच के संयोजक और वरीय अधिवक्ता सुशील कुमार ने बताया कि मंगलवार देर शाम उनके मोहल्ले में एक शिक्षक की मौत हो गई। शिक्षक के पुत्र ने कई अस्पतालों में उन्हें भर्ती करने के लिए दौड़ लगाई, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। वे कोरोना संक्रमित थे। मड़वन के मोरसंडी गांव में भी एक वृद्ध की होम आइसोलेशन में मौत हो गई।

सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने बताया कि सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों तक कड़ी निगरानी की जा रही है। जिला कंट्रोल रूम से मरीज के इलाज व अन्य परेशानी की सूचना का त्वरित निदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मरीज को कोई परेशानी हो तो बताएं उसका निदान होगा।

इनपुट : जागरण

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