पटना को रविवार को प्रदेश का पहला नॉन कमर्शियल ब्लड बैंक की सौगात मिल गई है। सीएम नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया। यह बल्ड बैंक सरकारी तो नहीं है। लेकिन, सरकारी रेट में पीड़ितों को खून देगा। सरकारी ब्लड बैंक की तरह थैलेसीमिया, हेमोफीलिया, ए प्लास्टिक एनीमिया और एचआई संक्रमितों को पूरी तरह से मुफ्त में ब्लड दिया जाएगा। जबकि सामान्य लोगों के लिए प्रोसेसिंग के लिए वही पैसा लिया जाएगा जो सरकारी ब्लड बैंक में सरकार ने निर्धारित किया है।

मां वैष्णो देवी सेवा समिति के सदस्यों के सहयोग से चलने वाला यह ब्लड बैंक एक तरफ जहां पीड़ितों की जान बचाने में सहायक होगा। वहीं दूसरी तरफ सरकारी ब्लड बैंकों पर बढ़ता लोड भी कम करेगा। ब्लड बैंक के शुभारंभ के मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि माँ वैष्णो देवी सेवा समिति का आभार है। सीएम का एक ब्लड बैंक का उद्घाटन करना मायने रखता है। समिति ने अपनी पहचान बनाई है।

यह राज्य का 102 वां ब्लड बैंक है। साथ ही प्रदेश का पहला नॉन कमर्शियल ब्लड बैंक है। यह बड़ी उपलबधि है। यहां ऐसी मशीन है जो राज्य के चुनिंदा ब्लड बैंक में है। इस मौके पर सुशील कुमार मोदी, अशोक चौधरी, लल्लन कुमार सर्राफ MLC भी मौजूद रहे। मां वैष्णो देवी कटरा से मुख्य पुजारी हृदयानंद गिरि और स्वामी नरेश चंद को भी उद्घाटन समारोह में बुलाया गया है।

आज से जनता के नाम होगा ब्लड बैंक
मां वैष्णाे देवी सेवा समिति परिवार के सदस्यों का कहना है कि मानवता की सेवा के लिए 2009 में समिति बनी और पिछले 12 सालों में आर्थिक रूप से कमजोर 488 सामूहिक शादियों ,रक्तदान और नेत्रदान के जरिए लोगों की लगातार सेवा की जा रही है। मानवता के लिए तत्पर मां वैष्णो देवी सेवा समिति परिवार का कहना है कि इस काम में लोगों का तन-मन -धन से दिल से सहयोग मिला है।
इसके साथ मानवता की सेवा के लिए स्थापित मां ब्लड सेन्टर को भी अब जनता की सेवा में समर्पित किया जाएगा। रविवार 27 फरवरी को सुबह 10.30 बजे इसे राज्य की जनता की सेवा में चालू कर दिया जाएगा। इस दौरान रविवार की शाम 6 बजे भगवती जागरण का भी आयोजन किया जाएगा।
कोरोबारियों ने बनाई बड़ी लाइफ लाइन
बिहार की राजधानी पटना में एक ऐसा ब्लड बैंक तैयार किया गया है जो सरकारी रेट पर खून देकर लोगों की जान बचाएगा। सरकारी ब्लड बैंक की तरह थैलेसीमिया, हेमोफीलिया, ए प्लास्टिक एनीमिया और एचआई संक्रमितों को पूरी तरह से मुफ्त में ब्लड दिया जाएगा। सामान्य लोगों के लिए प्रोसेसिंग के लिए वहीं पैसा लिया जाएगा जो सरकारी ब्लड बैंक में लिया जाता है। बिहार के कारोबारियों की यह पहल राज्य में बड़ी लाइफ लाइन तैयार कर दी है।
बिहार के थैलेसीमिया पीड़तों के दर्द से बना प्लान
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के दर्द से ही मां वैष्णो देवी सेवा समिति परिवार के सदस्यों ने ब्लड बैंक की स्थापना का प्लान बनाया था। सेवा समिति के मुकेश हिसारिया का कहना है कि समिति के सदस्य जब पटना मेडिकल कॉलेज में ब्लड डोनेशन के लिए जाते थे तो उन्हें थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की स्थिति देख काफी तरस आती थी। कई बच्चे ऐसे आते थे जिनके पिता बीमारी के कारण उन्हें छोड़ दिए। ऐसे पीड़ितों को देखकर ही यह प्लान तैयार किया गया ऐसे ब्लड बैंक की स्थापना की जाएगी जहां मुफ्त में बच्चों में खून दिया जाएगा। पटना में जय मां वैष्णा देवी सेवा समिति परिवार के सदस्यों की यह इच्छा पूरी हुई और 2022 में ब्लड बैंक जरुरतमंदों के लिए बड़ी लाइफ लाइन बनकर तैयार हो गया और 27 फरवरी से यह लोगों की मदद करने के लिए तत्पर हो गया है।
आपातकाल में यह है तैयारी
मां वैष्णो देवी सेवा समिति के ब्लड बैंक में दो करोड़ की हाइटेक मशीन लगी है। मुकेश हिसारिया का कहना है कि ब्लड बैंक की इतनी क्षमता है कि आपात काल में सरकार के एक आदेश पर मात्र 8 घंटे में ब्लड कलेक्शन कर उसकी प्रोसेसिंग कर 8 घंटे में 100 यूनिट ब्लड देश के किसी कोने में भेजा जा सकता है। इसके लिए ब्लड बैंक हमेशा पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रहेगा। ब्लड बैंक को लेकर प्लान है कि आने वाले दिनों में इसका और बिस्तार किया जाएगा। इसे आम लोगों के लिए पूरी तरह से सुलभ बनाया जाएगा, मरीजों को ब्लड के लिए कोई समस्या नहीं हो इसके लिए काम किया जाएगा।
BPL कार्ड धारकों के लिए मुफ्त खून की योजना
मां वैष्णो देवी सेवा समिति का कहना है कि ब्लड बैंक का ऐसा प्लान है कि BPL कार्ड धारकों से कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। इस प्लान पर काम चल रहा है। मुकेश हिसारिया का कहना है कि मौजूदा समय में मां वैष्णाे देवी सेवा समिति के सदस्यों के सहयोग से शुरु हो रहे इस ब्लड बैंक में पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की तरह सामान्य लोगों से प्रोसेसिंग शुल्क के रूप में 500 रुपए लिया जाएगा।
मुकेश हिसारिया का कहना है कि रविवार को ब्लड बैंक को जनता के लिए चालू कर दिया जाएगा। मुकेश हिसारिया का कहना है कि मां वैष्णो देवी के मुख्य पुजारी के हाथों बिहार में लोगों की जान बचाने वालों को प्रसाद दिया जाएगा। मां वैष्णो देवी कटरा के पुजारी का कहना है कि यह बिहार में ही नहीं पूरे देश में बनाया जाना चाहिए।

Source : Dainik Bhaskar