पटना, 21 जुलाई 2022। बिहार अपने नाम एक और ख़िताब करने जा रही है, अब प्रेदश की बरौनी रिफाइनरी से एविएशन टरबाइन फ्यूल (हवाई ईंधन) का उत्पादन शुरू किया जा रहा है। मोरीगांव और हल्दिया (पश्चिम बंगाल) से बरौनी रिफाइनरी में हवाई ईंधन (एटीएफ) पहुंचने का काम 32 सालों के बाद (गुरुवार) शुरू किया गया है।

आपको बता दें कि इस बाबत बरौनी रिफाइनरी तक मोरीगांव और हल्दिया से अंडरग्राउंड पाइप बिछाया गया है। पाइप की मदद से बरौनी रिफाइनरी में एविएशन टरबाइन फ्यूल स्टॉक किया जायेगा। जिसके बाद यहां से प्रेदश के विभिन्न हवाई अड्डे पटना, दरभंगा और गया एयरपोर्ट को टैकर के ज़रिए सप्लाइ दिया जाएगा।

अगले महीने से शुरू हो सकता है प्रोडक्शन
बरौनी रिफाइनरी से इस सुविधा की शुरुआत के लिए हवाई ईंधन को माइक्रो टेस्टिंग के लिए ब्रिटेन की मशहूर लैब कंपनी में भेजा गया है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद एटीएफ का उत्पादन शुरू हो जायेगा। मिली जानकारी के मुताबिक इस बाबत सारे प्रयोग कर लिए गए हैं अगले महीने से प्रोडक्शन शुरू की जा सकती है। पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन की तरफ़ से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) भी मिल गया है।

15 अगस्त से प्रोडक्शन शुरू होने की उम्मीद

250 केटीपीए क्षमता वाली यूनिट की टेस्टिंग रिपोर्ट के बाद प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा। अभी फिलहाल इसके उद्घाटन की तारीख तय नहीं की गई है। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि पेट्रोलियम मंत्रालय के फ़ैसले के बाद 15 अगस्त से उत्पादन शुरू हो सकता है। हवाई ईंधन का उत्पादन इंडजेट इकाई करेगी। एटीएफ के उत्पादन राज्य के विभिन्न हवाई अड्डों के हवाई ईंधन की ज़रूरत बरौनी रिफ़ाइनरी के ज़रिए पूरी होगी। इसके ज़रिए पटना, दरभंगा और गया एयरपोर्ट पर हवाई ईंधन जरूरतें पूरी हो सकेंगी।

पांच सालों से प्रोजेक्ट पर चल रहा है काम

बिहार में हवाई अड्डों पर एविएशन टरबाइन फ्यूल की ज़रूरतों को पूरा करने के अलावा पड़ोसी देश नेपाल में भी एटीएफ की मांग को बरौनी रिफ़ाइनरी की तरफ़ से पूरा किया जा सकता है। ग़ौरतलब है कि हवाई इंधन प्रोजेक्ट पर पिछले पांच सालों से काम चल रहा है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन एसएम वैद्य ने हाल ही में इसी के मद्देनज़र बरौनी रिफ़ाइनरी का दौरा किया था। अपने दौरे के दौरान उन्होंने प्रोजेक्ट की समीक्षा भी की थी। इंडियन ऑयल के वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो एटीएफ़ के प्रोडक्शन में मेक इन इंडिया तकनीक का उपयोग करने वाली कंपनी के आरएंडडी डिवीजन द्वारा विकसित की गई पहली इकाई है।

source: oneindia.com

109 thoughts on “बिहार : 32 वर्षों का इंतजार हुआ खत्म, बरौनी रिफाइनरी में बने ईंधन से उड़ान भरेगी फ्लाइट्स”
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