शिखा गुप्ता – केबीसी (KBC) के मंच पर जाना अपने आप में ही सम्मान की बात होती है । बिग बी के सामने कड़े से कड़े सवालों के जवाब देना कोई आम बात नहीं । ऐसे में हम उन तमाम लोगों की चर्चा कर रहे हैं जो केबीसी के मंच पर करोड़पति बने । उन्हें इस मंच पर दौलत के साथ शोहरत भी मिली। कई दौलत पाकर आबाद हो गए तो कई शोहरत और अचानक मिले दौलत को संभाल नहीं पाए। केबीसी ने इन करोड़पति विजेताओं की जिंदगी को कितना बदला है आइये देखते हैं।
हर्षवर्धन नवाथे ( केबीसी – 1 करोड़ )

साल 2000 में केबीसी के पहले सीजन में हर्षवर्धन नवाथे ने एक करोड़ की राशि अपने नाम की थी ।
27 साल के हर्षवर्धन इस सीजन के ही नहीं बल्कि इतिहास के पहले करोड़पति बने थे। इस राशि से हर्षवर्धन ने यूके की यूनिवर्सिटी से एमबीए किया और फिर पढ़ाई पूरी करने के बाद शादी कर अपना घर बसाया । अब हर्षवर्धन महिंद्रा कंपनी में काम करते है ।
राहत तस्लीम ( केबीसी 4 – 1 करोड़ )

मेडिकल एंट्रेंस की तैयारियों के बीच राहत तस्लीम का केबीसी में सिलेक्शन हो चुका था । केबीसी के चौथे सीजन में अपने चतुर दिमाग के जरिए राहत तस्लीम ने अपने नाम 1 करोड़ की राशि जीत ली । लेकिन एक करोड़ जीतने के बाद राहत ने अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ अपना गारमेंट का बिजनेस शुरू किया और अब राहत एक शोरूम की मालकिन है और अपनी जिंदगी ऐशो आराम से जी रही है ।
रवि मोहन सैनी ( केबीसी जूनियर – 1 करोड़ )

केबीसी के जूनियर सीजन में हिस्सा लेकर रवी मोहन सैनी ने एक करोड़ की राशि अपने नाम की थी । छोटे से रवि मोहन उस दौरान दसवीं क्लास में थे और इस राशि का ठीक ढंग से इस्तेमाल करना उनकी जिंदगी में एक नया मोड़ ले कर आया । अपनी मेहनत और लगन से अब रवि मोहन अब आईपीएस बन चुके हैं ।
सुशील कुमार ( केबीसी 5 – 5 करोड़ )

कहते हैं कि पैसा , शोहरत और वक्त हर इन्सान का एक जैसा नहीं रहता । सुशील कुमार को केबीसी में आने के बाद जो शोहरत और 5 करोड़ की राशि हासिल हुई थी, उसने देखते ही देखते उन्हें उस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया जहां वो नशे की लत में चूर चूर हो गए । जहां 6000 की नौकरी कर सुशील अपना घर चलाते थे वहीं एक शो से मिली 5 करोड़ की राशि आते ही सुशील के हाव भाव बदल गए और उन्होंने इस पैसे का सही ढंग से इस्तेमाल नहीं किया। उन्हें नशे की लत लग गई । उन्होंने जीत की रकम से बिजनेस शुरू किया लेकिन वो भी ठप्प पड़ गया। बाद के दिनों में आर्थिक स्थिति बिगड़ी तो उनकी शादी भी टूट गई।
बिनीता जैन (केबीसी 10 – 1 करोड़ )

केबीसी के 10 सीजन में विनीता जैन ने एक करोड़ रुपए की धनराशि अपने नाम की थी जिससे उन्होंने अपने परिवार को संभाला । बता दे विनीता गुवाहाटी में अभी कोचिंग सेंटर में टीचर हैं । केबीसी ने उन्हें आर्थिक रूप से सबल बनाया।
ताज मोहम्मद रंगरेज ( केबीसी 7 – 1 करोड़ )

अब बात ताज मोहम्मद रंगरेज की। केबीसी सीजन 7 में उन्होंने 1 करोड़ की रकम जीती थी। ताज ने अपनी जीती हुई धनराशि का इस्तेमाल घर खरीदने और अपनी बेटी के आंखों का इलाज में इस्तेमाल किया। साथ ही उन्होंने दो अनाथ लड़कियों की शादी भी करवाई । नेक काम में जीत की रकम लगाने की वजह से लोग उन्हें करोड़पति रंगरेज भी कहते है।
अनामिका मजूमदार ( केबीसी 9 – 1 करोड़ )

केबीसी के नौवें सीजन में आई अनामिका ने 1 करोड़ की राशि को अपने ऊपर नहीं बल्कि अपने एनजीओ के जरिए दूसरों की जिंदगी सुधारने के लिए इस्तेमाल किया । अब भी अनामिका अपने एनजीओ से दूसरों की मदद कर रही है।
अचिन नरूला और सार्थक नरूला ( केबीसी 8- 7 करोड़ )

अचिन नरूला और सार्थक नरूला जोड़ी ने केबीसी 8 के मंच पर 7 करोड़ की राशि अपने नाम की थी । इस राशि से इन भाइयों ने अपनी मां के कैंसर का इलाज करवाया और बचे हुए पैसो से अपना बिजनेस शुरू किया था। इनका बिजनेस बहुत शानदार चल रहा है और इन भाईयो के बिजनेस का टर्नओवर करोड़ो में है ।
Input : E24