पटना. बिहार विधानसभा का घेराव करने पहुंचे राज्यभर के वार्ड सचिवों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और जेपी गोलंबर एक घंटे तक छावनी में तब्दील रहा. स्थायी मानदेय की मांग को लेकर राज्यभर के सैकड़ों वार्ड सचिव विधानसभा का घेराव करने पहुंचे थे, लेकिन अनुमति न रहने की वजह से पुलिस ने जेपी गोलंबर के पास ही सबको रोक दिया. इस दौरान बैरिकेडिंग तोड़ने का वार्ड सचिवों ने प्रयास किया, तभी भारी संख्या में मौजूद पुलिसबल ने वाटर कैनन चलाने के साथ लाठीचार्ज कर दिया. इस बीच अफरातफरी का माहौल बना रहा. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए दौड़ा-दौड़ा कर वार्ड सचिवों की पिटाई भी की जिसमें 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए. इसमें कुछ महिलाओं को भी चोट लगी है. वार्ड सचिव जिस तरह से प्रदर्शन कर रहे थे और उनकी मंशा विधानसभा तक पहुंचने की थी, लेकिन पुलिस ने उसे विफल कर दिया.
प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के दौरान पटना पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आया. वार्ड सचिवों की बेरहमी से पिटाई की गई और घायलों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया. लाठीचार्ज में 20 से ज्यादा वार्ड सचिव घायल हो गए. इनमें से कई को गम्भीर रूप से चोटें आईं. कई बेहोश पड़े हुए थे तो कइयों के कपड़े बुरी तरह फट गए थे. यहां तक कि महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया.
बताया जा रहा है कि लाठीचार्ज के बाद पुलिसकर्मी से लेकर अधिकारी तक गायब हो गए. घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एक एम्बुलेंस तक की व्यवस्था नहीं की गई. वार्ड सचिवों का आरोप है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान जब वाटर कैनन चलाया गया तो फिर हटने के लिए मौका क्यों नहीं मिला, अचानक लाठीचार्ज कर दिया गया.
इससे पहले उचित मानदेय और स्थाई करने की मांग को लेकर वार्ड सचिवों ने गुरुवार को गांधी मैदान में जमकर प्रदर्शन किया. वार्ड सचिवों का कहना है कि पिछले 4 साल से लोग काम कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उनके वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. वार्ड के अंतर्गत होने वाले तमाम कामों को करते हैं, लेकिन वेतन के लाले पड़े हुए हैं. एक लाख 14 हजार 697 की संख्या में राज्य भर में बहाल वार्ड सचिवों को लगातार 4 साल से काम करवाया गया. वार्ड में होने वाले तमाम कार्यो को करवाया गया. नल जल योजना, सात निश्चय के तहत होनेवाले सभी कामों को करते हैं.
गांधी मैदान में सैकड़ों की संख्या में जुटे वार्ड सचिवों ने जमकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान स्थानीय थाने की पुलिस भी पहुंची. वार्ड सचिवों ने प्रदर्शन के दौरान कोरोना के नियमों का जमकर उल्लंघन किया. सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं. बिना मास्क के लोग घंटों प्रदर्शन करते रहे. पुलिस समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन वे नहीं माने.
Source : News18