पटना : बिहार पुलिस को जल्द ही ग्लाक पिस्टल और एमपी-5 मशीनगन जैसे विदेशी हथियार मिलेंगे। पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत बिहार पुलिस को नए हथियार दिए जाने हैं। इसके अलावा ब्लूटप्रूफ हेलमेट, बाडी वॉर्न कैमरा, लेजर स्पीड गन कैमरा आदि की भी खरीद होगी। इन सब पर करीब 10 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे। इसमें केंद्र और राज्य की हिस्सेदारी क्रमश: 60-40 फीसद है। इसके लिए राशि विमुक्त करने का आदेश भी गृह विभाग ने दे दिया है। पुलिस प्रशिक्षण के लिए ऑस्ट्रिया में बनी सेमी ऑटोमेटिक 21 ग्लॉक पिस्टल की खरीद की जाएगी। इसका इस्तेमाल पुलिस प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा।
एटीएस को सबसे अधिक हथियार-उपकरण
पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत यूं तो जिला पुलिस से लेकर प्रशिक्षण तक के लिए हथियारों व उपकरणों की खरीद की जा रही है, मगर सबसे अधिक हिस्सेदारी आतंकवादी निरोधी दस्ता (एटीएस) की होगी। एटीएस के लिए 108 बुलेट प्रूफ हेलमेट, आठ नाइट विजन वेपन माउंटिंग, 20 फ्लैश लाइट लेजर साइन, पांच विस्फोटक टेस्टिंग किट आदि की खरीद की जाएगी।
68 एमपी-5 मशीनगन की खरीद
पुलिस मुख्यालय 68 एमपी-5 मशीन गन खरीद रहा है, जिसमें एटीएस को 15 मशीनगन मिलेगी। इसके अलावा रेल पुलिस को 20, प्रशिक्षण के लिए 10 मशीनगन दी जाएगी। बाकी मशीनगन कटिहार, अरवल, सिवान, बेतिया, भोजपुर, शिवहर, नालंदा जिला पुलिस को मिलेंगे।
पटना ट्रैफिक पुलिस को लाइट स्टिक व मेगा फोन
पुलिस आधुनिकीकरण योजना के अंतर्गत पटना ट्रैफिक पुलिस के लिए भी नए उपकरणों की खरीद होगी। इसके तहत एक हजार लाइट स्टिक और 139 मेगा फोन खरीदे जाएंगे। इसके अलावा बिहार पुलिस अकादमी के लिए 10 सीटों वाली पांच बैटरी कार की खरीद की जाएगी।
कैदी व वज्र वाहन की भी खरीद
दंगों के दौरान इस्तेमाल करने के लिए पांच वज्र वाहन भी खरीदे जाने हैं। इसमें दो पटना, दो भागलपुर और एक बगहा जिला पुलिस को मिलेंगे। दस कैदी वाहनों की भी खरीद होगी जिसमें दो-दो रेल पुलिस और भागलपुर जिला पुलिस को दिए जाएंगे। बाकी एक-एक कैदी वाहन मोतिहारी, बेतिया, अरवल, सुपौल, नालंदा और जहानाबाद जिला पुलिस को मिलेंगे। इसके अलावा 14 दो पहिया वाहन और तीन बसों की भी खरीद होगी।
इनपुट : जागरण