मुजफ्फरपुर: Baba Garibnath Temple: कहने को तो भारत में शिव के कई मंदिर हैं. लेकिन इनमें से कुछ ही ऐसे हैं जहां भगवान भोलेनाथ अपने परिवार के संग विराजमान हैं. इसके अलावा कुछ ही ऐसे मंदिर हैं जिसका इतिहास पुराना है. शिव जी के इस मंदिर की मान्यता है कि इस मंदिर में भक्ति-भाव से मांगी गई भक्तों की सभी मुरादें पूरी होती हैं. देश के कोने-कोने से श्रद्धालु इस मंदिर में अपनी मुरादें लेकर यहां आते हैं.
300 साल पुराना हैं इतिहास
शिव जी का यह चमत्कारी मंदिर बाबा गरीबनाथ मंदिर बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित हैं. पहले यह मंदिर एक छोटे से भवन में उपस्थित था. वर्तमान में इस मंदिर का भव्य भवन निर्माण कर दिया गया हैं. इस मंदिर का इतिहास 300 साल पुराना बताया जाता है. इस मंदिर में शिवजी माता पर्वती सहित परिवार के साथ विराजते हैं. बाबा गरीबनाथ मंदिर परिसर में भगवान शिव के साथ सूर्य, राधा कृष्ण और हनुमान भी विराजमान हैं. इसके अलावा गर्भगृह के मुख्य द्वार पर नंदी विराजते हैं.
क्या हैं बाबा गरीबनाथ मंदिर की कहानी
बाबा गरीबनाथ मंदिर इस समय जिस स्थान पर है, उस जमीन के मालिक ने आर्थिक तंगी की वजह से अपनी जमीन किसी जमींदार के हाथ बेच दी. उस जमीन पर एक बरगद का पेड़ था. जिसे जमीन के मालिक ने मजदूर को बुलाकर कटवाना शुरू कर दिया. इस दौरान पेड़ से खून जैसा तरल पदार्थ निकलने लगा. इसके बाद जमीनदार ने आगे के काम पर रोक लगा दी. कहते हैं कि उसी दिन रात में जमीनदार को सपने में शिव के दर्शन हुए. सपने में भगवान शिव ने जमीनदार से कहा कि उस स्थान पर उनकी स्थापना करवाए. इस मंदिर की खोज गरीब मजदूर द्वारा हुई इसलिए गरीबनाथ धाम के रूप में यह मंदिर प्रसिद्ध हैं.
कैसे पड़ा ‘बाबा गरीबनाथ मंदिर’ का नाम
वहां के लोगों का मानना है कि एक बेहद ही गरीब व्यक्ति था, उसके एक बेटी थी. बेटी की शादी के लिए घर में कुछ भी नहीं था. एक दिन व्यक्ति को सपने में भगवान शिव जी के दर्शन हुए. जिसके बाद उसकी बेटी की विवाह का बंदोबस्त स्वतः हो गया. तभी से इस धाम का नाम ‘बाबा गरीबनाथ’ पड़ गया.