तमिलनाडु के नाम पर सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल किए गए वीडियो के मामले में अब बिहार पुलिस भी एक्शन में दिख रही है. पुलिस वायरल हो रहे वीडियो की जांच और उसके बाद संबंधित लोगों पर एफआईआर भी दर्ज कर रही है.
सोमवार को इस मामले में मनीष कश्यप समेत चार लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. 30 वीडियो एवं पोस्ट चिह्नित किए गए हैं. इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई थाना में धारा-153/153 (ए)/153 (बी)/505 (1) (बी)/505(1) (सी)/468/471/120 (बी) भादवि एवं 67 आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है.
जिन चार लोगों पर केस दर्ज हुआ है उसमें अमन कुमार, राकेश तिवारी, युवराज सिंह राजपूत, मनीष कश्यप का नाम शामिल है. सोमवार को कहा गया कि आर्थिक अपराध इकाई बिहार को तमिलनाडु राज्य में प्रवासी बिहार के निवासियों के संबंध में कतिपय हिंसात्मक घटनाओं के संबंध में वीडियो प्रसारित किए जाने पर जांच के क्रम में पता चला कि जानबूझ कर सुनियोजित तरीके से भ्रामक, अफवाह जनक और भड़काने वाले फोटो/वीडियो/टेक्स्ट मैसेज इत्यादि डालकर जनता के बीच भय का माहौल पैदा किया जा रहा है. इससे विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की संभावना है.
एक शख्स गिरफ्तार
इस मामले में प्राथमिकी अभियुक्त अमन कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से कई आपत्तिजनक पोस्ट और मोबाइल में साक्ष्य पाए गए हैं. जांच एवं अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि प्रसारित किया गया एक वीडियो किसी की हत्या कर मारकर लटका दिए जाने का है. जांच में पता चला कि यह किसी की आत्महत्या की पुरानी घटना है. बिहार के निवासी से संबंधित नहीं है.
इसी प्रकार प्रसारित किया गया दूसरा वीडियो भी पुरानी घटना से संबंधित है. यह वीडियो झारखंड के एक व्यक्ति और बिहार के एक व्यक्ति के बीच व्यक्तिगत विवाद को लेकर है. इस घटना का भी तमिलनाडु के किसी व्यक्ति से कोई सरोकार नहीं पाया गया है.
अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि कांड के दूसरे अभियुक्त युवराज सिंह राजपूत के विरूद्ध भोजपुर जिले के नारायणपुर थाना में भी मामला दर्ज है जिसमें यह वांछित है. छपरा जिले के मुबारकपुर की घटना में भी इसके द्वारा आपत्तिजनक पोस्ट किए जाने के साक्ष्य मिले हैं. इसके विरुद्ध अग्रतर कार्रवाई की जा रही है.
Source : abp news