पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) में नंदीग्राम (Nandigram) में राज्य की सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को हराने के शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) अब बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रतिपक्ष के नेता (Leader Of Opposition) होने जा रहे हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेता के अनुसार शुभेंदु अधिकारी का प्रतिपक्ष के नेता बनना लगभग तय है. आज शाम को पार्टी के एमपी और विधायकों के साथ बैठक में शुभेंदु अधिकारी को औपचारिक रूप से प्रतिपक्ष के नेता चुन लिया जाएगा. उसके बाद विधानसभा में शुभेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी एक-दूसरे के आमने-सामने होंगे. इसके साथ ही बीजेपी ने हिंसा के खिलाफ धरना शुरू किया है.
बता दें कि ममता बनर्जी के पूर्व सिपहसालार शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को हराकर पार्टी के अंदर अपना कद बड़ा कर लिया है, हालांकि नेता प्रतिपक्ष के लिए दिलीप घोष का दावा भी बना हुआ है. वह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. पार्टी ने उन्हीं के नेतृत्व में राज्य में तीन सीटों से लेकर 77 सीटों तक का सफर तय किया है. इसलिए वह खुद को इस पद का स्वाभाविक दावेदार मान रहे हैं.
पार्टी में कई हैं दावेदार
दूसरी ओर, कभी ममता के काफी करीबी रहे और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय भी विधानसभा चुनाव में कृष्णनगर उत्तर से जीत हासिल की है. ऐसे में प्रतिपक्ष के नेता के रूप में वह भी दावेदार माने जाते हैं. ऐसे बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने शुभेंदु अधिकारी को प्रतिपक्ष के नेता बनाने का मन लिया है, हालांकि इस बाबत पार्टी के सांसदों और विधायकों के साथ बैठक के बाद ही निर्णय की घोषणा होगी.
इस बीच, शुभेंदु अधिकारी ने हिंसा के लिए सरकार पर निशाना साधा.
हिंसा के खिलाफ होगा आंदोलन
उन्होंने कहा कि राज्य में राज्य प्रायोजित हिंसा हो रही है. 48 घंटे के अंदर 20 लोगों की मौत हुई है. महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है. अनुसूचित जाति और जनजाति की महिलाएं भी बाद नहीं गईं. विधानसभा शुरू होने के बाद विधानसभा के अंदर और बाहर हिंसा के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनाव हारने के बाद ममता बनर्जी सीएम बनी हैं. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. टीएमसी के 213 विधायक निर्वाचित हुए हैं. उन विधायकों में से टीएमसी किसी को नेता नहीं चुन पाई. इसलिए वह टीएमसी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कहते हैं.
Input : Tv9 bharatvarsh