पाकिस्तान में करीब महीनेभर चले सियासी उठापटक (Pakistan Political Crisis) के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान की विदाई हो गई है और अब देश में जल्द ही नई सरकार का गठन होने जा रहा है. माना जा रहा है कि 3 बार के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे क्योंकि विपक्षी दलों ने उनको अपना संयुक्त उम्मीदवार नामित (nominated as PM candidate) किया है. पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार को नई सरकार में क्या मिलेगा.

नेशनल असेंबली सोमवार को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री का चुनाव करने जा रही है और इसके लिए कल को दोपहर दो बजे विशेष सत्र बुलाया गया है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) पार्टी के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ही इमरान खान की सरकार को गिराने के लिए विपक्ष के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे थे और उन्हें लगातार प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्ष के एकमात्र उम्मीदवार के रूप में दावेदार माना जा रहा है.

नए मंत्रिमंडल को भी लेकर चर्चा शुरू

अब चूंकि देश में नई सरकार अस्तित्व में आने वाली है तो प्रधानमंत्री के अलावा वहां के कैबिनेट को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि किन-किन नेताओं को नई मंत्रिमंडल में जगह मिल पाएगी.

समाचार एजेंसी पीटीआई ने स्थानीय मीडिया के हवाले से लिखा है कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी को नई सरकार में अगले विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किए जाने की संभावना है. जियो न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘कयास लगाए जा रहे हैं कि बिलावल भुट्टो-जरदारी को विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किए जाने की संभावना है.’

पू्र्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ तीन बार पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. जबकि बिलावल भुट्टो पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बेटे हैं. वह पूर्व राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के नाती हैं.

हिना रब्बानी खार को क्या मिलेगा

बिलावल भुट्टो के विदेश मंत्री बनने की संभावना के बीच एक और नाम को लेकर चर्चा की जा रही है और वो नाम है हिना रब्बानी खार का. खार पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की नेता हैं और करीब 10 साल पहले वह देश की विदेश मंत्री थीं. तत्कालीन प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की सरकार में वह महज 33 साल की उम्र में विदेश मंत्री बनी थीं.

यूसुफ रजा गिलानी के जाने के बाद राजा परवेज अशरफ की सरकार में भी वह विदेश मंत्री रहीं. वह 11 फरवरी 2011 से लेकर 16 मार्च 2013 तक दो प्रधानमंत्री के कार्यकाल में विदेश मंत्री रहीं. वह भारत में बेहद चर्चित रहीं और भारत के साथ संबंधों में सुधार की हिमायती भी रही हैं.

जब वह विदेश मंत्री थीं तब बिलावल भुट्टो के साथ इश्क के भी खूब चर्चे उड़े थे. हालांकि तब पाकिस्तान में इस संबंध को लेकर सोशल मीडिया में खासी चर्चा बनी रही. दोनों पक्षों की ओर से कभी भी इस पर खुलकर नहीं कहा गया.

अब जब पाकिस्तान में नई सरकार में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की हिस्सेदारी है और उसकी ओर से कई नेताओं को संघीय मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना है तो देखना होगा कि हिना रब्बानी खार को किस विभाग की जिम्मेदारी मिलती है. फिलहाल वह नेशनल असेंबली की सदस्य हैं और पार्टी की विदेश मामलों की प्रवक्ता हैं.

Source : Tv9 bharatvarsh

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