मुजफ्फरपुर जिले के पारू के अंचलाधिकारी अनिल भूषण और प्रभारी अंचल निरीक्षक को धमकी देने, घर में बुलाकर मारपीट करने और जाति सूचक शब्द से संबोधित कर अपमानित करने का आरोप साहेबगंज विधायक राजू कुमार सिंह पर लगा है. इस मामले मे एक प्राथमिकी पारू थाना में दर्ज कराई गई है.

जिसमे साहेबगंज विधायक राजू कुमार सिंह समेत पांच लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. वही 70 से 75 अज्ञात लोगों को भी आरोपित किया गया है. थानेदार पुरुषोत्तम यादव ने एससीएसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर दारोगा अश्विनी कुमार को जांच की जिम्मेवारी सौपी है. वही, विधायक ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है.

पुलिस के अनुसार, सीओ ने थाने में दिए लिखित आवेदन में आरोप लगाया है कि 11 अप्रैल को विधायक ने अपने घर बाड़ादाउद गांव बुलाया। मैं राजस्व कर्मचारी सह अंचल निरीक्षक चंद्रदीप राम के साथ उनके आवास पहुंचा, तब विधायक ने दोनों को जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए गाली देना शुरू कर दिया। दोनों की पिटाई की और जान से मारने की धमकी भी दी.

उन्होंने आरोप लगाया है कि उस समय विधायक के साथ प्रखंड प्रमुख विजय पासवान, अंचल में पदस्थापित डाटा ऑपरेटर सोनू कुमार, विधायक प्रतिनिधि अनूप कुमार सिंह उर्फ झुमका सिंह व प्रभाकर कुमार सहित कई और लोग मौजूद थे.

इधर, विधायक राजू कुमार सिंह ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि साहेबगंज में सहनी समाज के कुछ लोगों के मकान आग लगने के कारण जल गए हैं. अनुदान नहीं मिलने पर समाज के लोग उनके पास आए थे. इसको लेकर इन्हीं सीओ को बुलाया था.

उस दौरान सीओ ने शॉर्ट सर्किट से अगलगी में अनुदान नहीं मिलने की बात कही. विधायक का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी से भी बात की थी. विधायक ने इतना जरूर कहा कि सीओ को गलत जानकारी के लिए डांटा जरूर था. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा पूरे मामले की सभी कोणों से छानबीन की जा रही है.

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