मुजफ्फरपुर, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा है कि बैंक राज्य के पैसे को बाहर नहीं भेजेंगे। इसे सूबे के विकास में लगाएंगे। कोविड के बाद राज्य में बंद पड़े उद्योग-धंधे को प्रारंभ करने तथा नए उद्योग लगाने के लिए बैंकों को सहयोग करने के लिए कहा गया है।
वे रविवार को उत्तर बिहार वाणिज्य एवं उद्योग परिषद के 64वें वार्षिक आमसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पटना में पिछले दिनों हुई बैठक बैंक अधिकारियों को दी गई चेतावनी का हवाला दिया। कहा कि बैंक के रवैये से उद्यमी, व्यवसायी और आमजन परेशान हैं। व्यवसायियों को कोई भी अधिकारी तंग नहीं करेंगे इसका भरोसा दिलाया। कहा कि वैट के पुराने मामले को सलटाने के लिए वन टाइम सेटलमेंट (ओटीएस) योजना लाई गई थी वह समाप्त होने वाली है। इसे तीन महीने और बढ़ाने का आदेश दिया। कहा कि इस अवधि में व्यापारी पुराने मामले को सलटा लेंगे। नगर विकास, जीएसटी आदि की समस्याओं का सरल हल निकालने का आश्वासन दिया।
दस जिलों में हो रहा एसटीपी का निर्माण
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कटिहार, आरा, मधेपुरा सहित दस जिलों में एसटीपी योजना पर कार्य चल रहे हैं। मुजफ्फरपुर में भी डेढ़ अरब रुपये इस मद में दिए गए हैं। जल्द इस योजना पर कार्रवाई पूरी होगी।
18 अक्टूबर को करेंगे सड़क व नल-जल की समीक्षा
उन्होंने कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग सड़क, नल-जल योजना सहित अन्य सारी जितनी भी योजनाएं चल रही हैं, उन सभी की समीक्षा कर 15 अक्टूबर तक रिपोर्ट मांगी गई है। 18 अक्टूबर को अधिकारियों के साथ समीक्षा करेंगे। शहर में जलजमाव, सड़कों की खराब स्थिति, बिजली के जर्जर तार व इधर-उधर गाड़े गए पोल से यातायात अवरुद्ध हो रहा है। उन्होंने अंडरग्राउंड वायङ्क्षरग के सवाल पर अधिकारियों से बात करने की बात कही। कहा कि समीक्षा के दौरान पता चल पाएगा कि किस संवेदक ने सड़क, नाला बनाने में गड़बड़ी की है उस पर कार्रवाई की जाएगी। मौके पर भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री रामसूरत राय, सांसद अजय निषाद, पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा, लघु उद्योग भारती के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष श्याम सुंदर भीमसेरिया, चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष पुरुषोत्तमलाल पोद्दार आदि ने अपने विचार रखे।
इनपुट : जागरण