रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने आज रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु (Russian Defence Minister Sergey Shoigu) से मुलाकात की. दोनों देशों के रक्षा मंत्री के बीच यह बैठक नई दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में हुई. बताया जा रहा है कि इस बैठक में कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई है. जानकारी के मुताबिक जिन मुद्दों पर चर्चा की गई है, उनमें- पांचों S400 मिसाइल की समय से सप्लाई सुनिश्चित करना और आने वाले दो S400 की तैनाती में रूस द्वारा मदद को प्रभावी तरीके से पहुंचाना आदि शामिल हैं.
इसके अलावा, AK 203 डील को अंतिम रूप देने को लेकर भी बातचीत की गई. बैठक के बाद राजनाथ सिंह और सर्गेई शोइगु ने भारत और रूस के बीच हुए समझौतों पर हस्ताक्षर किए. भारत और रूस के बीच जिन समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं, उनमें भारत-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से कुल 6,01,427 7.63×39 मिमी असॉल्ट राइफल्स AK-203 की खरीद के लिए कॉन्ट्रैक्ट शामिल है. भारत-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड प्रोग्राम 2021-2031 से सैन्य-तकनीकी सहयोग वाला कार्यक्रम है.
Russian Defence Minister, General Sergey Shoigu meeting Raksha Mantri Shri @rajnathsingh at Sushma Swaraj Bhawan in New Delhi. pic.twitter.com/MJLRFJxxKh
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) December 6, 2021
भारत ने उठाया चीनी अतिक्रमण का मुद्दा
इतना ही नहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के अतिक्रमण की बात भी बैठक में उठाई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूसी रक्षा मंत्री जनरल शोइगु के साथ बैठक के दौरान अपनी टिप्पणी में कहा, ‘भारत और रूस के संबंध बहुपक्षवाद, वैश्विक शांति, समृद्धि, आपसी समझ और विश्वास में समान रुचि के आधार पर समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं. राजनाथ सिंह ने कहा, ‘उभरती भू-राजनीतिक परिस्थितियों में आज वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन, एक बार फिर हमारे देशों के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी के जरूरी महत्व की ओर इशारा करता है.’
पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच होगी शिखर वार्ता
सिंह ने कहा, ‘रक्षा सहयोग हमारी साझेदारी के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है. मुझे उम्मीद है कि भारत-रूस साझेदारी पूरे क्षेत्र में शांति लाएगी और क्षेत्र को स्थिरता प्रदान करेगी.’ वहीं, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) के बीच भी शिखर वार्ता होगी, जिसमें रक्षा, व्यापार और निवेश, ऊर्जा और तकनीक के अहम क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने के लिए कई समझौतों पर मुहर लगने की संभावना है.
Source : Tv9 bharatvarsh