मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से चौकाने वाली खबर सामने आई हैं, जहां मात्र 13 साल के लड़के ने 56 स्टार्टअप कंपनियां बना कर विश्व डंका बजा दिया है और बड़े बड़े हस्तियों को रैंकिंग में काफी पीछे छोड़ दिया है। ये सभी कंपनियां 6 महीने में जमीन पर काम दिखाने लगेंगी।

दुनिया का यंगेस्ट CEO बना सूर्यांश

मुजफ्फरपुर जिले के कटरा प्रखंड के अम्मा गांव निवासी अंतरराष्ट्रीय समाज सेवी संतोष कुमार एवं अर्चना के पुत्र 13 वर्षीय सूर्यांश ने 56 कंपनियों का सीईओ (मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी) बनकर नया इतिहास रचा है, साथ ही वह दुनिया का बेस्ट सीईओ बन गया है। खेलने-कूदने की उम्र में कंपनी चलाने की मानसिकता के साथ सूर्यांश दसवीं की पढ़ाई भी कर रहा है। अपने 9 महीने की कार्यकाल में सूर्यांश ने अभी तक 56 स्टार्टअप्स की नींव डाली है, जिसमे से लगभग 1 दर्जन पर तेजी से काम जारी हैं, तथा अगले 4-5 महीने में बाजार में उतरने को उत्साह एवं दृढ़ संकल्पित है।

ये हैं प्रमुख कंपनियां

इन कंपनियों में प्रमुख है मंत्रा-फाई, जैस बिजनेस, जिप्सी कैब्स, जैसिफाई, जैस हेल्थ, जैस जोल्लिज, मंत्रा -कॉइन, जैस ब्रांड्स, जैस टेक, जैस स्नेप, चुलबुली, आदि। यह कंपनियां क्रिप्टोकोर्रेंसी, इ-कॉमर्स, क्रिप्टो टोकन, कंसल्टेंसी, सोशल नेटवर्किंग साइट्स आदि के क्षेत्र में है। 56 कंपनियों की नींव सूर्यांश ने डालने का इसलिए प्लान किया ताकि जो ग्राहक जैस लूप के तहत आ गए, उन्हें दुनिया की सारी जरूरतें सूर्यांश कॉन्टेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के तहत मिल सके। क्रिप्टोकोर्रेंसी अभी तक बड़े-बड़े देशों एवं महानगरों में ही प्रचलित रही है, लेकिन सूर्यांश का कहना है की “मंत्रा-फाई” एक ऐसा प्लेटफार्म बनाया गया है कि कोई भी इंसान क्रिप्टोकोर्रेंसी जैसे डीप टेक में इन्वेस्ट कर सकते, क्योंकि इस प्लेटफार्म पर निवेश करने के लिए किसी भी टाइप की फाइनेंसियल नॉलेज की आवश्यकता नहीं होगी।

सुर्यांश ने बड़ी-बड़ी हस्तियों को छोड़ा पीछे

अपने इन प्रयासों से सूर्यांश का मूल्यांकन जब अमेरिका लीडिंग मीडिया एजेंसी टेकक्रंच की डेटाबेस प्लेटफार्म क्रंचबेस द्वारा किया गया, तो सूर्यांश ने अपने वर्तमान रैंक 14 के कारण दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलोन मस्क सहित मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, सर रतन टाटा, बिल गेट्स, मार्क जुकरबर्ग जैसे दिग्गज लोगों को पीछे छोड़ दिया है, ऐसा इसलिए कि सूर्यांश की उम्र महज 13 साल है। सूर्यांश का कहना है कि जल्द ही पूरी दुनिया एक नया आनंद उठा सकेगी जो वर्तमान वित्तीय एवं उपभोक्ता एहसासों से काफी अलग होंगे। सूर्यांश 15 घंटे अपनी सीईओ की जिम्मेदारी व 2 घंटा पढाई में व्यतीत करता है। अपनी उम्र के युवाओं हेतु सूर्यांश एक आदर्श है।

इनपुट : पंजाब केसरी

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