मुजफ्फरपुर, बिहार एक बार फिर से यही सवाल पूछ रहा है, क्या अनलॉक (Bihar Unlock News Update)होगा या फिर कुछ छूट के साथ लॉकडाउन (bihar lockdown news today guidelines) का विस्तार? क्या बिहार एमपी (MP)और महाराष्ट्र (Maharashtra) की राह पर आगे बढ़ेगा या दिल्ली (New Delhi)की राह पर? कम हुए संक्रमण और मृत्यु दर का हवाला देकर अनलॉक की मांग की जा रही है। लॉकडाउन की वजह से कारोबार को हुए नुकसान की भरपाई की बात भी उठाई जा रही है। कुछ लोग लॉकडाउन (bihar lockdown news)विस्तार करने की स्थिति में परिवहन में छूट, दुकान खोलने के समय (shop opening time in lockdown bihar)को बढ़ाने और स्कूलों को फिर से खोलने (school reopen in bihar today news)की मांग भी उठाने लगे हैं।
वैसे अनलॉक या लॉकडाउन (lockdown update in bihar)का विस्तार करना निहायत ही स्थानीय कारकों पर निर्भर करता है। ऐसे में सरकार एक बार फिर से सभी जिलाधिकारियों की रिपोर्ट और आपदा प्रबंध समूह की बैठक के आधार पर यह फैसला करेगी कि उसे किस दिशा में आगे बढ़ना है? सीएम नीतीश (CM Nitish Kumar)के ट्विटर (Nitish twitter) पर सबकी नजर टिक गई है। आइये जानते हैं कि इस बारे में मुजफ्फरपुर के लोगों की क्या राय है?
शिवम एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। लाॅकडाउन (lockdown in bihar)लागू होने के बाद से उनका काम पूरी तरह से बंद है। इन्हें तो अब पूरी तरह से अनलॉक चाहिए। कहते हैं, संक्रमण दर एक फीसद हो गया है। सबकुछ सही चल रहा है। जो कुछ गड़बड़ है वह अनलॉक के बाद ही सही होगा। इसलिए सरकार को चरणबद्ध ढंग से अनलाॅक शुरू कर देना चाहिए। माला सिन्हा गृहिणी हैं। घर में बंद रहते-रहते पक चुकी हैं। न कहीं जाना-आना, न किसी से मिलना-जुलना। दिनभर बच्चों की शरारतों को झेलते-झेलते ऊब गई हैं। कहती हैं, जीवन में कुछ तो बदले। आने-जाने की छूट हो। जिंदगी फिर से पटरी पर आए। घर में कब तक यूं बैठे रहेंगे।
व्यवसायी शरत का कहना है कि सरकार को अब रहम करना चाहिए। जब तक पूरी तरह से छूट नहीं दी जाएगी, कारोबार की रफ्तार तेज नहीं होगी। रोक-टोक के बीच काम नहीं हो पाता है। आशीष सॉफ्टवेयर डेवलपर हैं। उनका मानना है कि सरकार को पूरे दिन की छूट देनी चाहिए और सप्ताह में एक दिन पूरी तरह से लॉकडाउन रखना चाहिए। इस तरह से संक्रमण दर को कम करने और लोगों की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
इनपुट : जागरण