मुजफ्फरपुर, चिलचिलाती गर्मी से निपटने और टिकाऊ फैशन को बढ़ावा देने के प्रयास में, मुज़फ़्फ़रपुर के गौशाला रोड में 10-दिवसीय खादी मेले का आयोजन किया गया है। जिसमें मेला में बढ़ती गर्मी के बावजूद लोग खरीदारी करने आ रहे है, कारण खादी के आकर्षित कपड़े। यह मेला बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा लगाया गया है।

खादी वस्त्र गर्मियों के लिए अनुकूल रहते है। बाकी फ़ैब्रिक के मुक़ाबले खादी पहनने से शरीर ठंडा रहता है ऊपर से यह फ़ैब्रिक शरीर के पसीने को भी सोखता है। खादी कपड़ों से शरीर में घमौरियां नहीं होते है साथ ही गर्मी में पनपने वाले फ़ंगल बीमारी से भी बचते है। खादी वस्त्र आज़ादी के समय से लोगों की पसंदीदा रही है। भाग-दौड़ करने वाले उद्योगपति, नेता या कोई कर्मठ कर्मचारी हो गर्मियों में सबकी पसंद खादी रही है। खादी मेले में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए साड़ी, कुर्ता, शर्ट और बहुत कुछ सहित खादी कपड़ों के विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है।

खादी, एक हाथ से काता गया और दूसरे हाथ से बुना हुआ कपड़ा है, जो लंबे समय से अपनी सांस लेने की क्षमता और आराम के लिए जाना जाता है। खादी परिधान को बढ़ावा देकर ना केवल भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है, बल्कि स्थानीय कारीगरों और खादी उद्योग को भी समर्थन मिलेगा।
खादी परिधान को बढ़ावा देने के अलावा,खादी मेले का उद्देश्य खादी फैशन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और स्थानीय उद्योगों का समर्थन करना भी है। खादी कपड़ों का चयन करके, उपभोक्ता पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं और क्षेत्र में कुशल कारीगरों की आजीविका में योगदान कर सकते हैं।

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