मुजफ्फरपुर, एसटीएफ ने अहियापुर थाना क्षेत्र में छापेमारी कर कुख्यात अपराधी मो. अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में कई बातों की जानकारी मिली है। इस आधार पर एसटीएफ की टीम विभिन्न जगहों पर कार्रवाई कर रही है। बताया गया कि सीतामढ़ी नानपुर थाने में 2019 में दर्ज लूटपाट व आम्र्स एक्ट के मामले में फरार चल रहे कुख्यात को अहियापुर इलाके से गुरुवार को पकड़ा गया। वह अहियापुर थाना क्षेत्र के मिठनसराय मुस्तफापुर का रहने वाला है। पूछताछ के बाद उसे नानपुर थाने को सौंप दिया गया है। उससे पूछताछ कर न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की कवायद की जा रही है।
वर्ष 2019 में बुधनगरा डकैती कांड के बाद से फरार मोस्ट वांटेड मो. अब्दुला मुजफ्फरपुर में एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। अहियापुर थाना क्षेत्र में छापेमारी कर अब्दुल्ला को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने कई अन्य आपराधिक वारदातों की जानकारी दी। इस आधार पर एसटीएफ की टीम ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। वह अहियापुर थाना क्षेत्र के मिठनसराय मुस्तफापुर का ही रहने वाला है। पूछताछ के बाद उसे नानपुर थाने को सौंप दिया गया है। बताया गया कि नानपुर थाने में 2019 में दर्ज डकती के साथ इसी थाने में वर्ष 2020 में एक अन्य घटना में वह फरार चल रहा था। नानपुर पुलिस उसको पकड़ने में कामयाब नहीं हो पाई। आखिरकार एसटीएफ ने कुख्यात को अहियापुर इलाके से गुरुवार को दबोच लिया।
पुलिस के अनुसार, बताते चलें की 19 दिसंबर 2019 की देररात बुधनगरा ड्योढ़ी गाछी निवासी ललन प्रसाद सिंह, फूलन प्रसाद सिंह व दिलीप प्रसाद सिंह के घर पर धावा बोलकर डकैतों ने नगद समेत 20 से 25 लाख रुपये के जेवरात लूट लिए थे। इस कांड के मास्टर माइंड को लोडेड कट्टा व लूट के आभूषण के साथ पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। सरगना शिवचंद्र राम उर्फ जीतन राम मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थानान्तर्गत पानापुर ओपी के खरिका गांव का रहने वाला है। नानपुर के थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी विनोद कुमार ने बताया कि बिहार एसटीएफ की विशेष टीम ने इस कुख्यात को पकड़कर नानपुर पुलिस के हवाले किया है। वह मुजफ्फरपुर जिले के टॉप-ट्वेंटी अपराधियों में शामिल है। उसका नाम मो.अब्दुला पिता स्व. मो वजीर अंसारी गांव मिठनसराय मुस्तफापुर, थाना कांटी को कब्जे में लेकर पूछताछ चल रही है। नानपुर थाना कांड संख्या-468/19 दिनांक 19 दिसंबर, 2019 धारा 395 भादवि में गिरफ्तार किया गया है। वैसे उसपर एक और मामला वर्ष 2020 में दर्ज हुआ था।
इनपुट : जागरण