मुजफ्फरपुर, बिना तैयारी के कल्याणी चौक पर नाला खोद दिया गया है। शहर को स्मार्ट सिटी बनाने वाली एजेंसी की मनमर्जी से चारों ओर तबाही है। नाले की पानी से पानी पांडेय गली व मोतीझील लबालब भरा हुआ है। इसके कारण यहां पर राहगीर सुबह से देर शाम तक गिरते हुए यहां से गुजरने को मजबूर हुए। राहगीरों की शिकायत रही कि बिना तैयारी के कंपनी ने काम शुरू कर दी। जिस कंपनी को काम दिया गया है। उस कंपनी के बाद उतना संसाधन नहीं है। हालत यह हो गई है कि मोतीझील जैसे व्यस्ततम बाजार में दुकानदारों को बोहनी पर आफत आ गई है। उनका कारोबार पूरी तरह चौपट हो गया है। इधर, नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने कहा कि काम को तेजी से करने का आदेश दिया गया है।
चेतावनी के बाद मिठनपुरा में नहीं नाले का निर्माण
मिठनपुरा में नाला निर्माण शुरू नहीं हो सका। इससे मानसून करीब आने पर बेला के लगभग आधा दर्जन मुहल्लों के लोगों को ङ्क्षचता सताने लगी है। मुहल्लावासियों को उम्मीद थी कि चेतावनी के बाद नाला निर्माण के काम में तेजी आएगी और बरसात में राहत मिलेगी, लेकिन बुडको की सुस्ती से उनकी बेचैनी बढऩे लगी है।
जानकारी के अनुसार मिठनपुरा में अधूरे नाला को जोड़े बिना बेला से पानी निकासी संभव नहीं है। पिछले साल करीब तीन माह तक बेला के आधा दर्जन मोहल्लों ने जलजमाव झेला और इस बार भी सुधार की उम्मीद कम है। नगर आयुक्त ने कार्य एजेंसी बुडको को चेतावनी दी थी कि 10 दिन में नाला पूरा नहीं होने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। अब तक काम पूरा नहीं हुआ है। बुडको के अभियंता अरुण कुमार ने बताया कि नाला निर्माण का काम समय पर पूरा कर लिया जाएगा। बारिश को देखते हुए निर्माण का काम दो पाली दिन व रात में भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गति से काम करने का आदेश एजेंसी को दिया गया है।
शहर अस्त व्यस्त
मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड में सात प्रबंधक हैं। बावजूद इसके काम की निगरानी समय से नहीं होने से पूरा शहर अस्त व्यस्त हो गया है। कंपनी के एमडी नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने कहा कि प्रबंधकों के काम का रोज मूल्याकंन किया जाएगा। किस दिन कितना निरीक्षण किया गया। इसको जो साइड मिला वहां पर कितने देर तक रहे। वहां पर गुणवत्ता का क्या हाल है। इसका लेखा-जोखा देना होगा। नगर आयुक्त ने अपने स्तर से आदेश दिया गया है कि वह प्रतिदिन अपने काम की रिपोर्ट दें। मुख्य महाप्रबंधक अपने स्तर से लापरवाही बरतने वाले पर खुद कार्रवाई करेंगे। आयुक्त ने कहा कि स्मार्ट सिटी के निर्माण की धीमी गति के प्रबंधक जवाबदेह है।
इनपुट : जागरण
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