मुजफ्फरपुर, खरमास खत्म होने के जब लग्न शुरू हुई तो कोरोना ने बैंड, डीजे, लाइट, साउंड वाले कलाकारों को घर में बैठा दिया। जिले में इन लोगों के लाखों का कोरोबार ठप हो गया। कलाकारों के घर में बैठ जाने से उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। शादी-विवाह के कार्यक्रम भी लोग कैंसिल कर रहे हैं। शहर में करीब 200 शादियां कैंसिल हो जाने से वे लोग बेरोजगार हो गए हैं।
सुपर अबरार के प्रोपराइटर राहत अली ने बताया कि जिले में करीब 600 बैंड बाजे हैं जो बेरोजगार हो गए। इससे इनके करीब 25 लाख का कारोबार प्रभावित हुआ। उन्होंने आठ बजे से बदले सरकार से रात दस बजे के बाद नाइट कफ्र्यू लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि समय बढऩे से बैंड बाजे वालों को थोड़ी रहत मिल जाएगी।
शादी-विवाह कैंसिल होने से डीजे वाले, लाइट एंड साउंड वाले, कैटरिंग वाले, फूल-माला सजाने वाले सैकड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं। मुजफ्फरपुर इवेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव व यादें इवेंट एंड वेडिंग प्लानर के निदेशक सोनू ङ्क्षसह ने राज्य सरकार से कलाकारों के पुनर्वास की मांग की है। उन्होंने बताया कि, रोज तीन से पांच तक कमाने वाले कलाकार घर में बैठा हुआ है।
उनके लिए रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। कैटङ्क्षरग, डेकोरेशन, लाइट एंड साउंड आदि में काम करने वाले करीब 500 लोगों बेरोजगार हो गए हैं। कोरोना काल में एक करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हो गया। उन्होंने कहा कि, रामजी साउंड, शर्मा साउंड, दीना साउंड एंड लाइट, मनचला साउंड, जयशंकर जी कैटङ्क्षरग, अभय, दिलीप, कृष्णा टेंट हाउस मुजफ्फरपुर आदि में काम करने वाले बेरोजगार हैं। इनके पुनर्वास की व्यवस्था सरकार के द्वारा होनी चाहिए।
इनपुट : जागरण