बरियारपुर में यूट्रस (गर्भाशय) के ऑपरेशन के दौरान सुनीता देवी की दोनों किडनी निकालने के मामले की जांच को लेकर रविवार को एसएसपी जयंतकांत घटनास्थल पर पहुंचे. शुभकांत नर्सिंग होम के मेन गेट पर ताला लगा मिला. एसएसपी ने एक सिपाही को पीछे जाकर देखने को कहा तो पीछे एक लकड़ी का गेट लगा मिला. गेट सिर्फ सटाया हुआ था.

इसकी सूचना पर एसएसपी, डीएसपी पूर्वी मनोज कुमार पांडेय समेत एसआइटी की पूरी टीम पीछे वाले गेट से नर्सिंग होम के अंदर दाखिल हुई. अंदर घुसते ही पुलिसकर्मी चौंक गये. नर्सिंग होम जैसी कोई सुविधा नहीं थी. ओटी के नाम पर यहां सिर्फ चौकी व एक कुर्सी रखी हुई थी. कुछ बेडशीट व तकिया भी फेंके मिले हैं. आशंका जतायी जा रही है कि इसी चौकी पर सुनीता का ऑपरेशन करके दोनों किडनी निकाली गयी होगी.

दवा, मेडिकल इक्विपमेंट और पुर्जा जब्त

पुलिस ने जब क्लिनिक के अंदर रखे एक टेबल की जांच की तो उसके नीचे से मेडिकल इक्विपमेंट, भारी मात्रा में दवाइयां, ऑपरेशन से संबंधित उपकरण व कई मरीजों के पुर्जा भी बरामद किये गये. सभी की जब्ती सूची तैयार कर पुलिस ले गयी. बाहर से भी फेंके हुए हालत में मेडिकल इक्विपमेंट मिले. इसे भी जब्त किया गया. एसएसपी के निर्देश पर सभी की जब्ती सूची तैयार की गयी है.

बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक, चौकीदार की हुई तैनाती

नर्सिंग होम के अंदर पुलिस ने आसपास व बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. सुरक्षा की दृष्टि से एक चौकीदार को तैनात कर दिया गया है. पुलिस की जांच पूरी होते ही मजिस्ट्रेट तैनात करके उसे सील कर दिया जायेगा.

सर्विलांस टीम ने किया टावर डंप

सर्विलांस की टीम फरार चल रहे हॉस्पिटल संचालक पवन कुमार व डॉक्टर नारायण यादव का सुराग तलाशने के लिए रविवार को टावर डंप किया. इस दौरान उनके मोबाइल के लोकेशन को भी ट्रेस किया जा रहा है. पुलिस दोनों के ठिकाने के बारे में मैन्युअल इनपुट भी जुटा रही है. क्लीनिक के अंदर से बरियारपुर के नाम से जो पुर्जा मिला है, उस पर 24 घंटे इमरजेंसी सेवा उपलब्ध करवाने की बात लिखी हुई है. इस पर सभी प्रकार के ऑपरेशन की व्यवस्था और बीमारियों का सफल इलाज करने की बात लिखी हुई है.

गिरफ्तारी के लिए चल रही छापेमारी

एसएसपी जयंतकांत ने कहा कि मामले में पहले ही प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है. शीघ्र ही संचालक और ऑपरेशन में शामिल डॉक्टरों को दबोच लिया जायेगा. ऑपरेशन के दौरान कौन डॉक्टर थे, इसका पता किया जा रहा है. क्लीनिक के पुर्जा पर से संचालक पवन कुमार और डॉक्टर नारायण यादव का नाम लिखा है. डॉक्टर का पता किया जा रहा है.

इनपुट : प्रभात खबर

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