मुजफ्फरपुर में इन दिनों अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ी हुई है. सदर अस्पताल और एसकेएमसीएच में गर्मी जनित बीमारियों के मरीज अधिक आ रहे हैं. इनमें पेट दर्द, डायरिया, सर्दी-खांसी बुखार और चर्म रोग के मरीज काफी संख्या में पहुंच रहे हैं. शुक्रवार को 1600 मरीजों ने एसकेएमसीएच में निबंधन कराया तो सदर अस्पताल 754 मरीज पहुंचे. जिनमें 60 फीसदी मरीज गर्मी जनित बीमारियों के शिकार थे. अस्पताल की दोनों पालियों में मरीजों की भीड़ रही.
सोनोग्राफी सेंटर में लग रही मरीजों की लंबी लाइन
डॉक्टरों का कहना था कि गर्मी की शुरुआत से ही पेट संबंधी बीमारियों के मरीज अधिक आ रहे हैं. जिनमें डायरिया के मरीज अधिक हैं. इसके अलावा हीट स्ट्रोक के मरीज भी पहुंच रहे हैं. सदर अस्पताल में इलाज कराने आये ब्रह्मपुरा के रोहित कुमार ने बताया कि पिछले तीन दिनों से पेट में दर्द है. मेडिसीन स्टोर से दवा खरीद कर खाने के बाद भी असर नहीं हो रहा है. पेट दर्द की समस्या होने के कारण डॉक्टर मरीजों को सोनोग्राफी टेस्ट भी लिख रहे हैं. सोनोग्राफी सेंटर में भी मरीजों की लंबी लाइन लग रही है.
लो वोल्टेज से दो घंटे तक बाधित रहा एक्सरे
सदर अस्पताल में लो वोल्टेज के कारण मरीजों को एक्सरे दो घंटे तक बाधित रहा. मरीज एक्सरे के लिये इंतजार करते रहे. कर्मियों का कहना था कि जब तक वोल्टेज ठीक नहीं होगा, एक्सरे नहीं हो सकता. मरीज लंबे समय तक वोल्टेज ठीक होने के इंतजार में रहे. इसमें कई ऐसे मरीज थे, जिसे तत्काल एक्सरे की जरूरत थी. दोपहर तक का ओपीडी समय समाप्त होने के बाद मरीज को एक्सरे लेकर शाम वाले ओपीडी का इंतजार करना पड़ा.
डेढ़ महीने बाद सोनोग्राफी का आ रहा नंबर
एसकेएमसीएच में मरीजों की भीड़ इतनी अधिक है कि यहां सोनोग्राफी के लिये मरीजों को डेढ़ महीने के बाद का नंबर दिया जा रहा है. ऐसे में इमरजेंसी मरीजों को बाहर से सोनोग्राफी करानी पड़ रही है. सोनोग्राफी सेंटर में इतने दिनों बाद नंबर मिलने से गर्भवती महिलाओं को परेशानी हो रही है. वह भी बाहर से सोनोग्राफी करा रही है. कर्मियों का कहना है कि भीड़ इतनी अधिक है कि दूसरा विकल्प नहीं है. हमलोगों को यह पता नहीं होता कि जिसका नंबर लगा है, वह सोनोग्राफी कराने आयेगा या नहीं, इस कारण दूसरे का नंबर पहले नहीं कर पाते.
गर्मी जनित बीमारियों के मरीज बढ़े
सिविल सर्जन डॉ यूसी शर्मा का कहना है कि गर्मी जनित बीमारियों के मरीज बढ़े हैं. अभी के समय में सफाई और शुद्ध भोजन-पानी पर ध्यान देने की जरूरत है. गर्मी में अक्सर खान-पान के कारण ही लोग बीमार पड़ रहे हैं. सदर अस्पताल की दोनों पालियों में डॉक्टर मरीजों को देख रहे हैं.
इनपुट : प्रभात खबर