मुजफ्फरपुर जिले के जूरनछपरा स्थित केजरीवाल अस्पताल में सोमवार को दो वर्षीय बच्चे की मौत के बाद कहासुनी होने पर अस्पताल कर्मियों ने माता-पिता और चाचा के साथ मारपीट की। गाली-गलौज कर उन्हें अस्पताल से निकाल दिया। इस संबंध में बच्चे के पिता पीयर थाना के तेपरी गांव निवासी मुरारी कुमार ठाकुर ने ब्रह्मपुरा थाने में एफआईआर कराई है। मुरारी अपने बच्चे का शव लेकर ब्रह्मपुरा थाने पहुंचे थे। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजन को सौंप दिया है। आगे की कानूनी कार्रवाई में भी जुट गई है।
आवेदन के अनुसार, मुरारी ठाकुर ने पुत्र रघुवीर को गंभीर हालात में जूरनछपरा रोड नंबर दो स्थित केजरीवाल अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। बदहवास परिजन विलाप करने लगे। अस्पताल कर्मियों से कहासुनी हो गई। इसपर कर्मियों ने मुरारी ठाकुर की पत्नी उर्मिला देवी की पिटाई कर दी। धक्का देकर बाहर निकालने लगे। इसका मुरारी व उनके भाई आनंद ने विरोध किया। इस दौरान दोनों की भी पिटाई कर दी। बच्चे के शव के साथ अस्पताल से निकाल दिया। इसके बाद वे एम्बुलेंस से ब्रह्मपुरा थाने पहुंचे और इसकी शिकायत की। इस दौरान रघुवीर के शव को कभी मुरारी तो कभी आनंद अपने कंधे पर उठाए रहे। थाने पर उर्मिला देवी दहाड़ मारकर रो रही थी। इंसाफ मांग रही थी।
वहीं, ब्रह्मपुरा थानेदार अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि बच्चे की मौत पर अस्पताल कर्मियों पर मारपीट करने और इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर तेपरी के मुरारी ठाकुर ने आवेदन दिया है। इसके आलोक में एफआईआर करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजन को सौंप दिया गया है।
अस्पताल प्रबंधन ने कहा, नहीं हुई मारपीट
केजरीवाल अस्पताल के ऑफिस सुपरिटेंडेंट मनोरंजन मिश्रा ने बताया कि बच्चे को गंभीर स्थिति में भर्ती किया गया था। उसके शरीर में नाममात्र का खून था। इलाज के दौरान मौत हो गई। रोने-धोने के क्रम में परिजन अस्पताल की दीवार पर खुद सिर पटक रहे थे। इसपर कर्मियों ने उनलोगों को समझाने का प्रयास किया, पर परिजनों कर्मियों से गाली-गलौज और मारपीट की। थाने में एफआईआर कराए जाने की जानकारी नहीं है। उन्होंने बच्चे के इलाज में लापरवाही के लगाए गए आरोपों को गलत और बेबुनियाद बताया है।
दो दिनों से बीमार था रघुवीर
मुरारी ने बताया कि दो दिनों से बच्चे की तबीयत खराब थी। ग्रामीण डॉक्टर से दिखा रहे थे। सुबह में बहुत ज्यादा तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उसे लेकर जूरन छपरा रोड नंबर दो के एक अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टर ने खून की कमी बताई। खून लाने की डिमांड की, लेकिन जांच और अन्य प्रक्रिया में काफी विलंब हो गया। इससे रघुवीर की इलाज के दौरान ही मौत हो गई। इसके बाद उसकी मां उर्मिला रोने लगी। अपना आपा खो दी। कर्मियों से कहासुनी हुई। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। केस दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
Input : Live hindustan