मुजफ्फरपुर, शिक्षकों द्वारा विद्यालय में ऐसा वातावरण तैयार हो जिससे छात्र शिक्षक के सहयोग से ज्ञान का सृजन कर सकें। शिक्षक पूरी संवेदनशीलता के साथ अपने अध्यापन कौशल के माध्यम से छात्रों को लिखने, पढ़ने और सीखने की क्षमता में अपेक्षित संवर्धन कर सकारात्मक वातावरण का निर्माण करें। वे अध्यापन कौशल से जमीनी स्तर पर इसे मूर्त रूप प्रदान कर गुणात्मक शिक्षा में अपनी अहम भूमिका निभाए। साथ ही शैक्षणिक विकास के लिए इनोवेटिव गतिविधियों को प्राथमिकता दें और शैक्षणिक विकास के लिए प्राथमिकताएं सुनिश्चित की जाए। उक्त बात जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार ने शिक्षा विभाग की समीक्षात्मक बैठक में कहीं। समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में उक्त बैठक आहूत की गई।

बैठक में उपस्थित शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि शिक्षक स-समय विद्यालय पहुंचे। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने क्षेत्र अंतर्गत विद्यालयों का नियमित निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। सीआरसी  की बैठक औपचारिक ना होकर बैठक में गुणात्मक शिक्षा पर चर्चा हो। उन्होंने कहा कि पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन करें ताकि बच्चों का समग्र विकास हो सके और उनका भविष्य संवर सके। निर्देश दिया कि बच्चों का प्रोग्रेस चेक करने के लिए मासिक मूल्यांकन को पुनः लागू करें। इसकी समीक्षा सीआरसीऔर बीआरसी स्तर पर हो।

उन्होंने स्पष्ट कहा कि नामांकन के विरुद्ध यदि छात्रों की उपस्थिति कम पाई जाएगी तो इसके लिए शिक्षक एवं संकुल प्पदाधिकारी जिम्मेदार होंगे। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ जिला स्तर के पदाधिकारी भी अपने दायित्वों का निर्वहन गंभीरतापूर्वक करें।

इसके पूर्व डीपीओ अमरेंद्र पांडे ने बिंदुवार जानकारी उपलब्ध कराई। बताया गया कि जिले में कुल एलिमेंट्री स्कूल 3018 है जिसमे Enroed बच्चो की संख्या- 765462 है। हाई स्कूल में नामांकित छात्रों की संख्या 159610 है जबकि कुल सीआरसी की संख्या 251 है। एलीमेंट्री विद्यालयों में शिक्षक छात्रों का औसत 50:1 है जबकि हाई स्कूल में यह औसत 121:1 है।

बैठक में जानकारी दी गई कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल 48 बालक शौचालय एवं 17 बालिका शौचालय निर्माण हेतु राशि प्राप्त हुई। इस तरह कुल 65 विद्यालय में शौचालय निर्माण हेतु राशि प्राप्त हुई जिनमें से 63 विद्यालयों में शौचालय निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। बताया गया कि 89 विद्यालय में आवश्यकतानुसार निर्माण कार्य कराया गया जिसमें से 78 विधालयो में दो कमरे तथा 11 विद्यालय में एक कमरे का निर्माण कार्य का कराया गया।

बैठक में इसके अतिरिक्त मध्यान भोजन,विद्यालयों की सफाई, रंग-रोगन,फर्नीचर की स्थिति , कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की स्थिति के साथ असैनिक निर्माण कार्य की प्रगति प्रतिवेदेन की भी समीक्षा की गई। जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि अगली बैठक में पूरी सूचनाओं के साथ उपस्थित रहे। प्रतिवेदन अपडेट होना चाहिए ।साथ ही कहा कि शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारी पूरे मनोयोग एवं पारदर्शिता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें।

बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी अब्दुल सलाम अंसारी ,जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह ,डीपीओ अमरेंद्र पांडे सहित अन्य जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सभी प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ,बीआरपी और अकाउंटेंट उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *