राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर में हुई टेलर कन्हैया लाल की हत्या के बाद डीजीपी एमएल लाठर ने प्रेस कांफ्रेस करते हुए बताया कि उदयपुर हत्याकांड मामले का आतंकी कनेक्शन है, जिसमें आरोपी आरोपी ग़ोस मोहम्मद ने साल 2014-15 में पाकिस्तान में 45 दिन ट्रेनिंग ली थी.

जहां 8 मोबाइल नंबरों से पाकिस्तान से लगातार संपर्क में था. इसके साथ ही आरोपी गोस मोहम्मद अरब देशों और नेपाल में भी रह कर आया था. वहीं, आरोपी स्लीपर सेल के तौर पर काम कर रहा था.हालांकि,एक दर्जी की नृशंस हत्या के मामले में आतंकवाद विरोधी अधिनियम UAPA’ के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस घटना को आतंकी हमला मानकर जांच-पड़ताल जारी है.

वहीं, डीजीपी लाठर ने बताया कि ट्रांस बॉर्डर कनेक्शन की जांचभी की जाएगी. इसके साथ ही ASI को भी सस्पेंड कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि आगे की जांच NIA करेगी, जिसमें राजस्थान एटीएस पूरा सहयोग करेगा. बता दें कि, उदयपुर में जघन्य हत्या के बाद पूरे शहर में जगह-जगह पुलिस तैनात कर दी गई है. इसके अलावा 7 थाना इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. वहीं पूरे राजस्थान में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद है.


उदयपुर मामले में दोनों आरोपियों की दूसरे देशों से थे संपर्क
इस मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने उदयपुर की घटना पर आज उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. वहीं, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच-पड़ताल में सामने आया कि घटना प्रथम दृष्टया आतंक फैलाने के उद्देश्य से की गई है. जहां पर दोनों आरोपियों के दूसरे देशों में भी संपर्क होने की जानकारी भी सामने आई है. वहीं, उदयपुर की घटना पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया है, आगे की जांच एनआईए करेगी, जिसमें राजस्थान एटीएस पूरी मदद करेगी.

बता दें कि, उदयपुर मर्डर मामले में गहलोत सरकार ने शामिल आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी करने वाले पांच पुलिसकर्मियों को प्रमोशन देने का फैसला किया है. इसमें पुलिस जवान तेजपाल, नरेन्द्र, शौकत, विकास और गौतम को आउट ऑफ टर्म प्रमोशन दिया जाएगा.


आरोपियों को पाक्सितान के आका ने बुलाया था कराची
इस मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान में कराची के एक मौलाना के संपर्क में रियाज था. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि कन्हैयालाल का मर्डर पूरी तरह से प्री-प्लान्ड था. जहां दोनों आरोपी मिलकर डर का माहौल बनाना चाहते थे. वहीं, पाकिस्तान के एक आका ने साल 2014-15 में कराची बुलाया था. वहीं, कराची से लौटने के बाद आरोपी रियाज और गौस मौहम्मद ने व्हाट्सएप ग्रुप बनाए थे. वहीं, इस ग्रुप के जरिए ही रियाज भड़काऊ वीडियो भेज कर लोगों का ब्रेन वॉश कर रहा था.


जानिए क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि उदयपुर (Udaipur)में एक दर्जी की उसके दुकान के अंदर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई. दर्जी ने सोशल मीडिया पर पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी से सस्पेंड प्रवक्ता नूपुर शर्मा की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर उनका समर्थन किया था. इस दौरान हमलावर उनकी दुकान में कपड़े का माप देने के लिए घुसे और उन पर कई बार चाकुओं से वार किए, जिसके बाद टेलर की मौत हो गई. घटना के एक वीडियो में आरोपियों ने हत्या की जिम्मेदारी ली. घटना में शामिल एक हत्यारे रियाज मोहम्मद ने टेलर की हत्या करने से 11 दिन पहले एक धमकी भरा वीडियो भी अपलोड किया था.

Source : Tv9 bharatvarsh

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7 thoughts on “45 दिनों तक कराची मे ट्रेनिंग, 8 मोबाइल नंबर्स के जरिए पाकिस्तान से कनेक्शन, अरब देशो मे काम.. DGP ने खोले कई राज”

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