रजौली : डायन होने का आरोप लगाकर एक महिला को जिंदा जला दिया गया। जान बचाने के लिए महिला बगल के तालाब में कूद गई। इसके बाद उसकी गर्दन रेत दी गई और सिर पत्थर से कूच दिया गया। घटना को करीब 50 लोगों ने मिलकर अंजाम दिया। यह क्रूरतम घटना रजौली थाना क्षेत्र के सुदूरवर्ती जंगली क्षेत्र के सवैयाटांड़ पंचायत के चटकरी-गोरियाडीह गांव की है। इससे पहले महिला को सजा देने को लेकर गांव में पंचायती हुई थी। बताया जा रहा है कि जन पंचायत ने ही महिला की गैर मौजूदगी में उसके लिए मौत का फरमान सुना दिया था।
थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी ने बताया कि 14 महिला व आठ पुरुष हिरासत में लिए गए हैं। मार डाली गई महिला दो पुत्र व एक पुत्री की मां थी। तीन दिन पहले पास के गोरियाडीह टोले के बब्लू सिंह की मौत हो गई थी। उनकी पत्नी भी अस्वस्थ चल रही थीं। स्वजन महिला को टोना-टोटका का दोषी मान रहे थे। इस मुद्दे पर गुरुवार को गांव में बकायदा पंचायत बैठी।
पंचायत से मौत का फरमान सुनाए जाने के बाद लगभग तीन बजे मृतक बब्लू सिंह के भाई विजय सिंह एवं उसके साथ रहे अन्य लोगों ने महिला को उसके घर में ढूंढा। वह नहीं मिली। महिला अपने बीमार बच्चे का इलाज करा सड़क से लौटती दिखाई दी। लोगों ने घेर लिया और पेट्रोल व केरोसिन छिड़क आग लगा दी। शरीर में आग लगने के बाद महिला भागती हुई तालाब में जा कूदी। तब दो लोग तालाब में कूदे और गर्दन रेत दी, फिर पत्थर से सिर कूच डाला। महिला के स्वजन बचाने लगे तो उनकी पिटाई कर दी। मृतका की बहन व बहनोई ने थाना पहुंचकर सूचना दी। एसपी डीएस सावलाराम ने कहा कि घटना क्रूरतम है। 22 लोग हिरासत में लिए गए हैं। जो भी दोषी होंगे बख्शे नहीं जाएंगे। जन पंचायत की भूमिका की भी जांच की जाएगी।
Source : Dainik Jagran