मुजफ्फरपुर, सदर थाना क्षेत्र के माधोपुर सुस्ता गांव में छापेमारी करने पहुंची उत्पाद विभाग की टीम पर सोमवार की रात शराब धंधेबाज व उसके परिजनों ने हमला कर दिया. दर्जनों की संख्या में पहुंचे पुरुष व महिला हमलावरों ने रेलवे फाटक बंद होने का फायदा उठाकर उत्पाद विभाग के अधिकारी व कर्मियों के साथ जमकर मारपीट की. इस दौरान एक गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.
जान बचाकर भागी पुलिस टीम
हमलावरों ने शराब बेचने व पीने में पकड़े गये आठ लोगों को भी उत्पाद विभाग की गाड़ी से खींचकर भगा दिया. उत्पाद विभाग की टीम किसी तरह से जान बचाकर वहां से निकली. हमले में महिला दारोगा सोनी महिवाल , सिपाही सन्नी कुमार और संतोष कुमार का सदर अस्पताल में इलाज कराया गया है.
पुलिस के वरीय अधिकारियों ने ली घटना की जानकारी
घटना की सूचना मिलने के बाद उत्पाद अधीक्षक संजय कुमार राय व इंस्पेक्टर अभिनव कुमार छाता चौक स्थित उत्पाद थाने पहुंच कर घायल कर्मियों से घटना के संबंध में जानकारी ली है. इसके बाद सदर थाने पहुंच कर हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर लिखित शिकायत दी गयी.
रेलवे गुमटी पर घेर कर पीटा
जख्मी पुलिसकर्मी ने बताया कि माधोपुर सुस्ता में गुप्त सूचना के आधार पर एक झोपड़ी में छापेमारी की. वहां आठ लोगों को गिरफ्तार करके गाड़ी में बैठाया गया. गिरफ्तारी के बाद धंधेबाज के परिजन हंगामा करने लगे . टीम उनको गिरफ्तार करके जैसे ही रेलवे फाटक के पास पहुंची कि ट्रेन आने के कारण गुमटी बंद कर दिया गया था. गुमटी के पास में चल रहे एक शादी समारोह से काफी संख्या में लोगों को अपने पक्ष में जुटा कर उत्पाद टीम पर हमला बोल दिया.
पूर्व में भी पुलिस पर हो चुका है हमला
माधोपुर सुस्ता गांव में पूर्व में भी शराब की छापेमारी के दौरान सदर थाने की पुलिस टीम पर हमला हो चुका है. करीब चार साल पहले सदर पुलिस की टीम छापेमारी करने पहुंची थी. इस दौरान पुलिस पर हमला किया गया था. सदर थाने में तैनात दारोगा राजू मिश्रा समेत आधा दर्जन पुलिस कर्मी जख्मी हुए थे . इसके अलावे उत्पाद टीम पर भी पिछले साल यहां हमला किया गया था.
इनपुट : प्रभात खबर