मुजफ्फरपुर में पिता ने जिस लड़की के अपहरण का केस दर्ज कराया था। वो अचानक अपने पति के साथ थाने पहुंच गई। और बोली कि मैं अपनी मर्जी से गई थी, मैंने अखिलेश से शादी कर ली है। हम साथ जिएंगे, साथ मरेंगे। लड़की का कहना है कि वो दोनों बालिग हैं। दोनों एक-दूसरे को पसंद करते थे। परिवार रिश्ते के खिलाफ जाता इसलिए हमने भागकर शादी कर ली। मामला कथैया का है। लड़की एक सप्ताह पहले अपने घर लापता हुई थी। पिता ने 7 दिन पहले ही अपहरण का केस दर्ज कराया था।

सरिता (20) थाने पहुंची और उसने बताया कि वह अखिलेश (23) से प्रेम करती है। उसका अपहरण नहीं हुआ था। घरवाले उसके रिश्ते से खुश नहीं थे। इसलिए घर से भागकर एक मंदिर में शादी रचा ली। अब वह अपने पति के साथ रहना चाहती है। जब उससे पूछा गया कि क्या तुम्हें डर नहीं लगता। तो उसने कहा कि मुझे मम्मी-पापा से डर नहीं लगता है। हमने जिसके साथ फेरे लिए हैं और साथ जीने मरने की कसमें खाई है। उसी के साथ रहूंगी। हम दोनों बालिग हैं।

उम्र सत्यापन कर भेजा

थानेदार ने लड़का-लड़की दोनों की उम्र उसके आधार कार्ड और सर्टिफिकेट से सत्यापन किया। दोनों बालिग थे। उनके घरवालों को बुलाया गया। लड़का पक्ष तो आसानी से तैयार हो गया। लेकिन, लड़की पक्ष द्वारा कहा गया कि जब इसने शादी कर ली है तो जहां मर्जी वहां जाए। हमें कोई मतलब नहीं है। फिर वे लोग वहां से निकल गए। लड़का पक्ष खुशी-खुशी लड़की को विदा कराकर अपने साथ ले गए। इस दौरान थाना परिसर में ही लड़का पक्ष की महिलाओं ने मांग में सिंदूर भरने का विधि व्यवहार भी किया।

एक साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग

दरअसल, दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं। एक साल पहले कोचिंग में दोनों की बातचीत हुई थी। फिर बातें शुरू हुई। प्रेम परवान चढ़ा। दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खाई। इसी बीच लड़की के घरवालों को इस रिश्ते की भनक लग गई। उन लोगों ने लड़की पर दबाव बनाया। उसकी दूसरी शादी करने की बात कही। इसी बात से घबराकर दोनों ने भागकर शादी करने का फैसला किया। घर से लड़की के भागने के बाद उसके पिता ने अपहरण का केस दर्ज कराया था। जिसमें अखिलेश को आरोपी बनाया था।

इनपुट : दैनिक भास्कर

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