मुजफ्फरपुर-हाजीपुर फाेरलेन बना रही सड़क निर्माण कंपनी रावत एसाेसिएट के बेस कैंप पर हुई गाेलीबारी का खुलासा कर पुलिस ने 4 अपराधियाें काे गिरफ्तार कर लिया है। कंपनी से रंगदारी के रूप में कुल निर्माण लागत का 2 प्रतिशत यानी 3 कराेड़ रुपए मांगे गए थे। कांटी से राष्ट्र सेवा दल के टिकट पर चुनाव लड़ चुके खराैना जयराम गांव के अंशु चाैधरी व उसके साथी अपराधियाें ने वहां 19 मई काे गाेलीबारी की थी।
कंपनी के डायरेक्टर काे फिर 23 व 27 मई काे फाेन कर धमकी दी गई कि रंगदारी की राशि शीघ्र नहीं मिली ताे पूरे बेस कैंप काे बम से उड़ा दिया जाएगा। एसएसपी जयंत कांत ने शनिवार काे बताया कि सरैया में कैश वैन से 52 लाख रुपए लूटकांड में जेल जा चुके अंशु समेत कांटी थाने के साइन गांव का रुपेश ठाकुर व पारू का राेशन सिंह उस वारदात का मास्टरमाइंड है। रुपेश दरभंगा में भी कंस्ट्रक्शन कंपनी से रंगदारी के लिए इंजीनियर की हत्या में शामिल रहा है।
एसएसपी ने बताया कि 19 काे गाेलीबारी, फिर 23 व 27 काे फाेन के बाद भी रुपए नहीं मिले ताे 28 मई काे सभी अपराधी बेस कैंप से कुछ ही दूरी पर दरियापुर कफेन में दर्शनिया मंदिर के पास जुटे थे। कैंप पर दाेबारा हमले की साजिश रची जा रही थी। सूचना मिलने पर एएसपी पश्चिमी सैयद इमरान मसूद, कुढ़नी थानेदार अरविंद प्रसाद, तुर्की ओपी अध्यक्ष रामविनय व कुढ़नी थाने के दाराेगा रामनरेश पासवान की टीम ने छापेमारी की।
माैके से खराैना जयराम निवासी अंशु चाैधरी, साेनू कुमार, निशांत कुमार उर्फ छाेटे और करजा थाने के प्रतापपुर निवासी मंदीप कुमार काे गिरफ्तार कर लिया गया। रुपेश व राेशन भाग निकला। गिरफ्तार अपराधियाें के पास से एक देसी पिस्टल, एक कट्टा, 3 कारतूस, 6 खाेखे, चाेरी की बाइक और जिस चाेरी के फोन से रंगदारी मांगी गई उसे बरामद किया।
हादसे में मृत मुकेश का मंदीप ने चुराया माेबाइल, उसी से मांगी रंगदारी :
साहेबगंज के रजवाड़ा 44 नंबर पुल पर 21 फरवरी काे ट्रक की ठाेकर से बरूराज बिरहिमा टाेले के मुकेश कुमार की माैत हाे गई थी। उनके भाई जलेश यादव गंभीर रूप से जख्मी हाे गए थे। दुर्घटना के वक्त उधर से गुजर रहे अंशु के साथी मंदीप ने मुकेश का माेबाइल चुरा लिया था। उसी माेबाइल से कंस्ट्रक्शन कंपनी से रंगदारी मांगी गई थी।
कंपनी के डायरेक्टर काे फाेन आने के बाद पुलिस ने उस नंबर काे सर्विलांस पर रखा। डिटेल खंगालने पर वह पकड़ा गया। उसने पूछताछ में माेबाइल व सिम अंशु के पास हाेने की जानकारी पुलिस काे दी। अंशु का लाेकेशन दरियापुर कफेन में मिला ताे पुलिस टीम ने उसे साथियाें के साथ दबाेच लिया।
गिरफ्तार अंशु ने कहा- बहकावे में आकर मांगी रंगदारी और की गाेलीबारी
गिरफ्तार अंशु चाैधरी ने पुलिस के समक्ष कहा कि कुछ लोगों के बहकावे में आकर उसने यह अपराध कर दिया। सरैया में कैश वैन के गार्ड की हत्या कर 52 लाख रुपए लूट में जेल जा चुका हूं। रोड जाम के 2 मामलाें में भी केस है। कांटी चुनाव में काफी रुपए खर्च हो गए थे। इससे आर्थिक स्थिति बिगड़ गई।
अपराधी साथियों के बहकावे में आ गया। साथी रुपेश दरभंगा में रंगदारी के लिए गोलीबारी व इंजीनियर की हत्या कर चुका है। उसने व पारू के राेशन के साथ मिलकर रावत कंस्ट्रक्शन कंपनी से रंगदारी की साजिश रची थी। उन सबके साथ मिलकर 19 मई को गाेलीबारी की उसके बाद रंगदारी के लिए रावत एसोसिएट के डायरेक्टर को फाेन किया।
कंपनी के जेनरेटर संचालक ने देखते ही की पहचान
कंस्ट्रक्शन कंपनी के मधाैल स्थित बेस कैंप पर गाेलीबारी के वक्त अपराधियाें ने जेनरेटर संचालक की पिटाई भी कर दी थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अंशु चाैधरी की उससे पहचान कराई। जेनरेटर संचालक ने देखते ही कहा- यही लगातार गाेली चला रहा था। इसने और दाे अन्य ने मिल कर मेरे साथ मारपीट की। कहा था कि रुपए नहीं मिला ताे दाेबारा आने के बाद सीधे बम से उड़ा देंगे।
Input: dainik bhaskar