Patna: बिहार में सीएनजी (CNG) बसों को चलाने के बाद अब बैट्री से चलने वाली बसें यानि इलेक्ट्रिक बसों को भी जल्द ही सड़कों पर उतार दिया जाएगा. पटना के फुलवारीशरीफ स्थित वर्कशॉप में आठ नई इलेक्ट्रिक बसें आ चुकी हैं. सरकार की योजना है कि पूरे राज्य में इलेक्ट्रिक बसों (Electric Bus) को अलग-अलग चरणों में सड़कों पर उतारा जाए.
परिवहन निगम के सूत्रों के मुताबिक, कुछ और बसें जल्द ही पटना पहुंच जाएंगी जिसके बाद मुख्यमंत्री से समय लेकर उद्घाटन कर दिया जाएगा.
पटना के फुलवारी स्थित बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (Bihar State Road Transport Corporation) की वर्कशॉप में आठ इलेक्ट्रिक बसें करीब दो हफ्ते पहले पहुंच चुकी हैं.
वर्कशॉप के कर्मचारी फिलहाल बसों की जांच कर रहे हैं ताकि एक बार जब इसे सड़कों पर उतारा जाए तो फिर किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिले. वर्कशॉप में इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज किया जा रहा है.
CCTV, रूट स्क्रीन सहित दूसरी सुविधाओं से लैस इलेक्ट्रिक बस (Electric Buses) जहां प्रदूषण नहीं करेंगी वहीं इन बसों के सड़कों पर उतरने के बाद पटना उन गिने चुने शहरों में शामिल हो जाएगा जहां इलेक्ट्रिक बसों की सवारी का आनंद लोग ले सकेंगे. पटना के स्थानीय लोगों के मुताबिक, जिस तरह से तेल के दाम महंगे हो रहे हैं उस लिहाज से ये जरूरी हो गया है कि इलेक्ट्रिक बसें (Electric Buses) भी चलाई जाएं.
अभी तो हमारे पास इलेक्ट्रिक बस या स्कूटर खरीदने की क्षमता नहीं है. क्योंकि ये काफी महंगी होती है लेकिन अगर पटना में सार्वजिनक वाहनों में इसे शामिल किया जाए तो हम भी बाइक छोड़कर इलेक्ट्रिक बस में ही सफर करेंगे.
दरअसल, बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSRTC) यानि बीएसआरटीसी ने पिछले साल ही CNG बसों के साथ-साथ इलेक्ट्रिक बसों (Electric Buses) को चलने की योजना बनाई थी. इसके बाद इलेक्ट्रिक बसों की खरीदी की गई है. पहले फेज में 8 बसें मंगाई गई हैं. कुल 25 इलेक्ट्रिक बसों को पटना सहित दूसरे शहरों में उतारा जाएगा.
BSRTC के सचिव संजय अग्रवाल के मुताबिक, प्रदूषण मुक्त शहर बनाने की दिशा में सरकार की तरफ से कई कदम उठाए गए हैं और इसी कड़ी में इलेक्ट्रिक बसों की भी सवारी बिहार के लोगों को कराई जाएगी. वहीं परिवहन मंत्री शीला कुमारी इलेक्ट्रिक बसों को नीतीश सरकार की फ्लैगशीप योजना (Flagship Schemes) जल जीवन हरियाली (Jal Jeevan Hariyali) से जोड़कर देखती हैं.
शीला कुमारी के मुताबिक, जल जीवन हरियाली (Jal Jeevan Hariyali) का एक मकसद है कि लोग स्वच्छ हवा में सांस ले सकें. इसलिए बिहार सरकार बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक बसों को खरीदने जा रही है.
आइए जानते हैं कि बिहार भर में किस तरह से और किन शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगीं.
– पटना के साथ ही बिहारशऱीफ और गया में इलेक्ट्रिक बसों को चलाया जाएगा.
– कुल 25 इलेक्ट्रिक बसें खऱीदने की योजना है जिसमें आठ बस फुलवारीशरीफ वर्कश़ॉप में पहुंच चुकी हैं.
– फुलवारीशरीफ में उच्च क्षमता वाले चार्जिंग स्टेशन लगाए जा रहे हैं.
– एक बार पूरी तरह चार्ज होने पर ई-बस 250 किलोमीटर की दूरी तय करता है.
– 25 ई-बसों में 15 AC होंगी जिसमें 37 लोगों को बैठने की क्षमता होगी,10 बसों में 45 मुसाफिर की क्षमता होगी
– एसी, जीपीएस, सीसीटीवी, चार्जिंग प्वाइंट्स जैसी सुविधाएं ई बस में उपलब्ध कराई गई हैं. यानि प्रदूषण मुक्त पटना की दिशा में BSRTC ने अपने कदम बढ़ा दिए हैं.
शीला कुमारी ने कहा कि जल्द ही कुछ और इलेक्ट्रिक बसों को पटना में उतारा जाएगा. क्योंकि हमारा भी मकसद है कि लोग ऐसी हवा में सांस लें जहां वायु प्रदूषण न हों.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की योजना जल जीवन हरियाली (Jal Jeevan Hariyali) है. हमारा विभाग भी इसी दिशा में काम कर रहा है.फरवरी के आखिर तक में हम इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत कर देंगे.
हालांकि, राजधानी की आबादी जिस हिसाब से है उस लिहाज से इलेक्ट्रिक बसों की संख्या काफी कम है. क्योंकि आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी में सिटी बसों से ही हजारों की संख्या में लोग सफर करते हैं. लिहाजा जरूरत इस बात की है अधिक से अधिक संख्या में इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएं.
Input : Zee News